बुन्देलखण्ड की लोक संस्कृति
Bundeli Lokgeet Parampara बुन्देली लोकगीत परम्परा
बुन्देलखंड के लोकजीवन मे उद्भावित तरह- तरह के भावों से उत्पन्न रसानुभूति रचनाओं को जन्म देती हैं। वही लोकसाहित्य की रचना होती रही है।...
बुन्देलखण्ड का लोक नाट्य
Charkhari Parsi Theatre Ka Kendra चरखारी- पारसी थियेटर का केन्द्र
बुन्देलखण्ड में प्राचीनकाल Charkhari Parsi Theatre Ka Kendra रहा है। संस्कृत नाटककार भवभूति के नाटकों का मंचन कालपी के निकट कालप्रियनाथ मन्दिर की विशाल...
बुन्देलखण्ड के लोक देवता
बुन्देलखण्ड का साहित्य
Subhash Singhai Ki Chhandvaddh Rachnaye सुभाष सिंघई की छंदवद्ध रचनाएं
श्री सुभाष सिंघई बुन्देलखण्ड के ऐसे साहित्यकार है जिन्हे कलम का सिपाही भी कहते है । कलम का सिपाही यानि पत्रकारिता का प्रतिविम्ब जो...
Isuri ka Saundarya Shringar ईसुरी का सौंदर्य श्रृंगार
महाकवि ईसुरी नें अति सौंदर्य श्रंगार में कुछ फागे लिख डाली। जिन्हें कुछ लोगों ने अश्लील साहित्य के रूप में प्रचारित किया और महाकवि...
बुन्देलखण्ड का इतिहास
Banda Nawab Ka Aatmasamarpan बांदा नवाब का आत्मसमर्पण
बांदा के नवाब अली बहादुर द्वितीय के विद्रोह करने के बाद वह इधर-उधर भाग रहे थे । उनका घर परिवार बिखर गया था वह...
Bharat Me Aapsi Jhagde भारत में आपसी झगड़े
औरंगजेब के मरने पर दिल्ली में जो झगड़े शुरू हुए उनका अंत तभी हुआ जब कि मुगल सत्ता का अंत हुआ । पूरे Bharat...
बुन्देलखण्ड के साहित्यकार
Mahesh Kumar Mishra “Madhukar” महेश कुमार मिश्र “मधुकर”
Mahesh Kumar Mishra “Madhukar” जन्म तिथि-आषाढ़ कृष्ण षष्ठी, रविवार, सं०1998 वि० (तदनुसार दिनांक 15 जून, सन् 1941 ई.) जन्म स्थान दतिया नगर (वर्तमान मध्य...
Madhau Singh Bundela माधौ सिंह बुन्देला
Shri Madhau Singh Bundela का जन्म छतरपुर जिले के ग्राम सीलोन में सम्वत् 1927 में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री पृथ्वी सिंह...
बुन्देलखण्ड की लोक कथाएं
Dilbar Chor दिलबर चोर- बुन्देली लोक कथा
एक बड़े शिहिर में एक शातिर चोर रत्तो। जीकौ नाँव हतो Dilbar Chor । ऊके काजे कोनऊ काम असम्भव नई हतो। जो कछू वौ...
Rani Phoolvati रानी फूलवती -बुन्देली लोक कथा
फिर बो समय आ गओ राजकुमार रानी फूलवती Rani Phoolvati को लेंकें राजधानी पौंच गए । कुमार के आबे पे राजा ने बड़ी खुशी...
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Jhalakari Bai झांसी रानी-सी झलकारी शोधपरक पुस्तक का विमोचन
उत्तर प्रदेश राजभवन से आये विशेष स्नेह आमंत्रण पर लोकभूषण पन्नालाल ‘असर’ द्वारा रचित गुमनाम वीरांगनाओं में "झांसी रानी-सी झलकारी" (Jhalakari Bai) पुस्तक के...
Khand Bundela Dekh खंड बुंदेला देख
‘खंड बुंदेला देख’ Khand Bundela Dekh कृति की सारी कल्पना - परिकल्पना के सारे आधार और साकोचार लोक की कहावतें, किंवदंतियां, उक्तियां - सूक्तियां...
Bundeli Aangan ‘बुंदेली आँगन’ पुस्तक की समीक्षा
किताब मिली "बुंदेली आँगन" लेखक - सुमित दुबे, प्रकाशक - अमित प्रकाशन भोपाल
डॉ राम शंकर भारती जी द्वारा पुस्तक की समीक्षा...
साहित्य अकादमी , मध्यप्रदेश...
Shri Ram Ki Agni Pariksha श्री राम की अग्नि परीक्षा
वरिष्ठ कवि साहित्यकार हिन्दी -बुन्देली के मर्मज्ञ डॉ. सुरेश “पराग” जी द्वारा रचित 'श्री राम की अग्नि परीक्षा' Shri Ram Ki Agni Pariksha पुस्तक...
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Bundeli Jhalak बुन्देली झलक
बुन्देली झलक की स्थापना नवंबर 2018 में हुई । बुन्देली झलक के संस्थापक गौरीशंकर रंजन ने कीर्तिशेष आदरणीय श्री गुणसागर शर्मा ‘सत्यार्थी’ ( वरिष्ठ...
Lok Jivan Men Ram लोक जीवन में राम
बुंदेली के रामपरक लोकगीत लोकजीवन का प्रमुख अंग है यहाँ जनमानस के Lok Jivan Men Ram रचे -बसे हैं जिसमें मानवीय संबंधों के ही...
Narayan Chauhan नारायण चौहान
एक बार फिर मुझे यानि Narayan Chauhan को अपने बारे में सोचने और लिखने का मौका मिला, और मेरी पूरी कोशिश है कि मैं...
Bundelkhand Ki Mahima बुन्देलखण्ड की महिमा
मोतीलाल त्रिपाठी 'अशांत' द्वारा लिखी गई कविता Bundelkhand Ki Mahima में अशांत जी ने बुंदेलखंड के गौरव गाथा मे बुंदेलखंड के शौर्य, बुंदेलखंड की...
बुन्देलखण्ड के पर्यटन स्थल
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Laxman Mandir लक्ष्मण मन्दिर खजुराहो
यशोवर्मन द्वारा बनवाया Laxman Mandir पंचायत शैली का सबसे सुरक्षित स्थिति में वर्तमान में स्थित है। मन्दिर के मण्डप में दाहिनी तरफ लगे हुए...
Tourist Places of Bundelkhand बुन्देलखण्ड के पर्यटन स्थल
Tourist Places of Bundelkhand(Uttar Pradesh-Madhya Pradesh)
बुन्देलखण्ड (उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश) के पर्यटन स्थल
Tourist Places of Jhansi (Uttar Pradesh) Bundelkhand
झांसी (उत्तर प्रदेश) बुन्देलखण्ड के पर्यटन...
Khajuraho Ke Mandir खजुराहो के मन्दिर
मध्य प्रदेश बुन्देलखण्ड मे स्थित Khajuraho Ke Mandir नागर-वास्तु के बड़े उज्ज्वल स्वरूप हैं और अपने विशिष्ट लक्षणों के कारण बे भारतीय वास्तु-कला के...
Tourist Places of Mahoba महोबा के पर्यटन स्थल
महोबा उत्तर प्रदेश का एक छोटा सा जिला अपने गौरवशाली इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यह अपनी वीरता के लिए जाना जाता है। वीर...
बुन्देलखण्ड के लोक पर्व
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Naurata-Suata नौरता – सुआटा
बुन्देलखण्ड में यह प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्र के साथ ही प्रारंभ होता है। अश्वनि शुक्ल प्रतिपदा से पूरे नौ दिन तक ब्रह्ममुहूर्त में गांव की...
Bundelkhand Ka Tesu बुन्देलखंड का टेसू
बुन्देलखण्ड मे बच्चे बांस और लकडी की डंडी, मिट्टी आदि से हास्यात्मक आकृति के पुतले बनाते हैं और घर –घर जाकर टेसू के गीत...
Devotthani Ekadashi देवोत्थानी एकादशी
बुन्देलखंड में Devotthani Ekadashi देवशयनी एकादशी तथा देव उत्थानी एकादशी का अत्यंत महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसी दिन से चातुर्मास प्रारंभ हो जाता है। इस...
Kartik Isnan कार्तिक स्नान-बुन्देली महिलाओं का लोकपर्व
बुन्देलखण्ड की लोक परंपरा में बुन्देली महिलाओं का लोकपर्व 'कार्तिक स्नान' Kartik Isnan मन वांछित फल पाने की लालसा से मनाया जाता है। कृष्ण...
ईसुरी की फागें
Tum Khan Ratat Rat Bhar Robo तुम खां रटत रात भर रौवो, और...
तुम खां रटत रात भर रौवो, और बिछुर गए सोवो।
भींजत रात बिछौना अंसुवन, सब दिन करत निचोवो।
कांलों कहे तुमें समझावे, नाहक बचपन खोवो।...
Karke Neh Tor Jin Daiyo करके नेह टोर जिन दईयो, दिन-दिन और बढ़इयो
करके नेह टोर जिन दईयो, दिन-दिन और बढ़इयो।
जैसे मिले दूध में पानी, उसई मनै मिलइयो।
हमरो और तुम्हारो जो जिउ एकई जाने रइयो।
कात ईसुरी बांह...
Mori Sab Khan Radhavar Ki मोरी सब खां राधावर की, भई तैयारी घर...
कदाचित यह उनकी अन्तिम रचना है, जिसके अन्तिम शब्दों के साथ उनके बोल थक गए थे।
मोरी सब खां राधावर की, भई तैयारी घर की।
रातै...
Isuri Ke Radhe Shyam ईसुरी के राधे श्याम
Bundelkhand के महाकवि ईसुरी के रजऊ की फागों से इतने विवाद उत्पन्न हो गए थे तरह-तरह के ताने सुनने पड रहे थे, उनकी शान्ति...
Gode Gudnari ne Gudna गोदे गुदनारी ने गुदना, मिली हमारे जिदना
गोदे गुदनारी ने गुदना, मिली हमारे जिदना।
जबरई बांह पकरकें मोरी, कर दए छिदना-छिदना।
अंसुआ गिरे आग के ऊपर, भीज गए दोउ जुबना।
देखी की दिखनौस बरै...
बुन्देली संस्कार
Charua चरुआ – बुन्देली संस्कार पद्धति
बुन्देलखण्ड के संस्कार ,परम्पराएं लोक विज्ञान पर आधारित हैं । संतान के जन्म के बाद प्रसूता को पीने के लिए पानी और भोजन की...
बुन्देली फाग साहित्य
Manbhavan Kavi मनभावन कवि-बुन्देली फाग साहित्यकार
बुंदेलखण्ड के प्रमुख फागकारों में से Manbhavan Kavi भी एक थे। ये लोक कवि ईसुरी के समान ही सुरीले कंठ के फाग गायक थे।...