बुन्देलखण्ड का साहित्य

Mukariyan

Mukariyan कहमुकरी (मुकरियाँ ) छंद विधान

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मुकरिया Mukariyan एक लोक छंद है, इसको 'अमीर खुसरो' जी ने बहुत लिखा था। अमीर खुसरो जी फारसी भाषा कवि / शायर थे ,...
Bundeli Ka Swaroop Aur Visheshtayen बुन्देली का स्वरूप और विशेषताएं

Bundeli Ka Swaroop Aur Visheshtayen  बुन्देली का स्वरूप और विशेषताएं

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बुन्देली का शुद्ध क्षेत्र या मध्यवर्ती क्षेत्र बुंदेली बोली विस्तृत भू-भाग की स्वामिनी है। उसका अपना विशाल प्रसार क्षेत्र है, Bundeli Ka Swaroop Aur...
Bundeli Ke Kshetriya Roop बुंदेली के क्षेत्रीय रूप

Bundeli Ke Kshetriya Roop बुंदेली के क्षेत्रीय रूप

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बुन्देली एक विस्तृत भू-भाग की भाषा है। विस्तृत रूप होने के कारण इसमें क्षेत्रीय स्तरों पर सांस्कृतिक विचारों, परम्पराओं मान्यताओं, रीति-रिवाजों आदि का आदान-प्रदान...
Nag Nagin नाग-नागन बुन्देली लोक कथा 

Nag Nagin नाग-नागन बुन्देली लोक कथा 

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पूतगुलाखरी ने देखो कै एक लरका अपने गरे में एक मरी नागन डारें है, अर चिचया रओ है कै हाय मोरी नागन तें काँ...

लोक कलाएं

Baghelkhand Ki Lok Kalaye बघेलखण्ड की लोक कलाएं

बघेलखण्ड की पारम्परिक लोक कलाओं में बिरहा, कोलदहका कलसा, राई, केहरा, दादर, केमाली, करमा, सैला, नृत्य प्रमुख हैं । Baghelkhand Ki Lok Kalaye  आदि काल से...

Malwa Ki Lok Kalaye मालवा की लोक कलाएं

मालवा  मध्य प्रदेश का हृदय स्थल है।  मालवा यहां पर सांस्कृतिक साहित्यिक सामाजिक तथा प्राकृतिक अनुकूल वातावरण के साथ ही लोक संगीत एवं लोक...

बुंदेलखंड की लोक संस्कृति

Bundeli Lok Sanskriti Ka Vaibav बुंदेली लोक सस्कृति का वैभव

अत्रि, अगस्त, सरभंग, मतंग, बाल्मीक जैसे महामुनियों के तप से सिंचित प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर, दस सरिताओं की प्रभाहित धाराओं से सुशोभित बुन्देलखण्ड की...

Nature of the village गाँव का स्वरूप

गाँव का स्वरूप Nature of the village अनेक पहलुओं से मिलकर बनता है, और यह भारत जैसे विविधताओं वाले देश में विशेष रूप से...

बुन्देलखण्ड का इतिहास

बुंदेलखंड के साहित्यकार

Durgacharan Shukla आचार्य पं. श्री दुर्गाचरण शुक्ल

आचार्य पं. श्री दुर्गाचरण शुक्ल Durgacharan Shukla का जन्म बुन्देलखण्ड की पावन धरा पर स्थित ग्राम विरगुआ (बुजुर्ग) जिला जालौन (उ.प्र.) में सन् 6...

Prabha Vishwakarma “Sheel” श्रीमती प्रभा विश्वकर्मा ‘शील’

श्रीमती प्रभा विश्वकर्मा 'शील' शिक्षा - इतिहास, दूरस्थ शिक्षा (ट्रिपल एम.ए.)  व्यावसायिक शिक्षा- डी. एड. बी. एड., एम.एड., एल.आई.सी. की विक्रय कला में ऐसोसियेट संगीत शिक्षा विशेष- गीतांजली विद...

बुन्देलखण्ड के त्योहार

बुन्देलखण्ड के लोक देवता

Lok Devta लोक देवता

 The folk deity लोक देवता Lok Devta लोक की रक्षा एवं उनके कल्याणकारी जीवन के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले हैं  इसी कारण भारत ही नहीं...

ईसुरी की फागें

Angar Baith Lev Kachhu Kane ऐंगंर बैठ लेव कछु कानें

महाकवि ‘ईसुरी’ का नाम सुनते ही हमारे मन मस्तिष्क में उनकी फागों की विभिन्न छबियाँ मंडराने लगती हैं । लेकिन ‘फाग’ शब्द आते ही...

Sabse Bolen Mithi Bani सबसे बोलें मीठी बानी, थोड़ी है ज़िदगानी

सबसे बोलें मीठी बानी, थोड़ी है ज़िदगानी। येई बानी हाथी चढ़बावै, येई उतारै पानी। येई बानी सुरलोक पठावै, येई नरक निशानी। येई बानी सें तरैं ईसुरी, बडे़-बडे़...

बुन्देलखण्ड लोक गाथाएं

Raja Jagdev Gatha राजा जगदेव गाथा

Raja Jagdev Gatha राजा जगदेव गाथा हिन्दी रूपांतरण पाठकों के समक्ष प्रस्तुत है इस गाथा में राजा जगदेव की आदिशक्ति दुर्गा माता की भक्ति...

बुन्देलखण्ड के पर्यटन स्थल

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पुस्तकें -Books

लोक विज्ञान

किस्सा -कहानियाँ

बुन्देलखण्ड का शौर्य

बुन्देलखण्ड के लोक कलाकार

बुन्देलखण्ड के लोक पर्व

बुन्देलखण्ड की लोक देवियाँ

बुन्देलखण्ड की लोक कथाएं

बुन्देलखण्ड के दर्शनीय स्थल

बुन्देली फाग साहित्य

Surshyam Tiwari सूरश्याम तिवारी-बुन्देली फाग साहित्यकार

Surshyam Tiwari (हमीरपुर) के निवासी थे। इनका जन्म संवत 1914 और मृत्यु संवत 1973 मानी जाती है। कवि के तीन ग्रन्थ उल्लेखनीय हैं (1)...

बुन्देलखण्ड का लोक नाट्य

Charkhari Parsi Theatre Ka Kendra चरखारी- पारसी थियेटर का केन्द्र

बुन्देलखण्ड में प्राचीनकाल Charkhari Parsi Theatre Ka Kendra रहा है। संस्कृत नाटककार भवभूति के नाटकों का मंचन कालपी के निकट कालप्रियनाथ मन्दिर की विशाल...

Katkariyon Ka Rahas कतकारियों का रहस

बुन्देली लोक संस्कृति मे कार्तिक स्नान महापर्व में Katkariyon Ka Rahas बुन्देलखंड की व्रत-परम्परा का अंग बन गया है। कार्तिक बदी एक से पूर्णिमा...

Kanhda Parampara काँड़रा-परम्परा

बुन्देलखंड का काँड़रा राई की तरह मूलतः नृत्य ही है, लेकिन भक्तिकाल के दौरान 16वीं शती के उत्तरार्द्ध और 17वीं शती के पूर्वार्द्ध में...

Bhadeti Parampara भँड़ैती-परम्परा

बुन्देलखंड में भाँड़ों के लोकनाट्य को भँड़ैती या कहीं-कहीं नकल कहते हैं। Bhadeti Parampara का प्रचलन प्राचीन है, क्योंकि उसकी लोकधर्मी परम्परा ही नाट्यशास्त्रा...

Nautanki Parampara बुन्देलखंड में नौटंकी परम्परा

बुन्देलखंड में नौटंकी परम्परा Nautanki Parampara हाथरस से आई हाथरस एक  समय  मे लोक कला के पठन-पाठन और मुद्रण का केंद्र था ।  इस...

बुन्देलखण्ड की रामलीला

बुन्देलखण्ड के सांस्कृतिक इतिहास में ऐसे प्रामाणिक साक्ष्य मिलते हैं, जो यह सिद्ध कर देते हैं कि Bundelkhand ki Ramleela और रामसंस्कृति बहुत प्राचीन...

बुन्देली भाषा - बोली

Bundelkhand Ki Bhasha Aur Kshetra उत्तरप्रदेश तथा मध्यप्रदेश के लगमग 30 जनपदों में है। उत्तर प्रदेश में झांसी , ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, महोबा, चित्रकूट...

The Bundelkhand

बुन्देलखण्ड के लोक नृत्य

बुन्देलखण्ड के लोक गीत

संस्कृति सलिला नर्मदा

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