Bhay भय
कॉलेज से चौराहा दो किलोमीटर से भी ज्यादा दूर था। इस दूरी को पाटती थी सड़क । तारकोल की उम्दा सड़क ! सड़क पर सब... Read more
The Cultural Archive Of Bundelkhand
कॉलेज से चौराहा दो किलोमीटर से भी ज्यादा दूर था। इस दूरी को पाटती थी सड़क । तारकोल की उम्दा सड़क ! सड़क पर सब... Read more
सांझ ढल रही थी कि फिर Halla हल्ला हुआ। …उनका दिल फिर से कांप उठा तहसीलदार होने के बावजूद वे अपने आपको आज भी किसान... Read more
हर तरफ Malangi मलंगी की चर्चा चल रही है , मैंने एक नजर चारों ओर देखा, तो पाया कि वहाँ केवल बच्चे ही नहीं थे,... Read more
बचपन मे जबसे समझदारी आती है वही से जीवन शुरू होता है। कभी-कभी सच कुछ और होता है …? जो मेरे साथ हुआ …? एक... Read more
एक गरीब की ज़िंदगी मे आकांक्षायें ज़्यादा तो नही होती पर उसे अपनी ज़िनदगी के Oor Chhor के बारे मे ही पता नही होता कहां... Read more
मन मे टीस लगना स्वाभाविक कहै शिवनारायण बाबू से पूरा वृत्तांत सुनकर उनकी पुत्रवधू किरण एवं उनके दूसरे पुत्र धनंजय के लिए मेरे अंतर्मन से... Read more
सक्सेना जी जोड़-घटाने में लग गये, Lalach धीरे-धीरे उनके ऊपर हावी होने लगा। ‘दो लाख लड़कियों के विवाह में खर्च होंगे, बचे पचास हजार, उससे... Read more
राधाचरण ने ट्रेन की खिड़की के बाहर झांका। सामने की दीवार पर किसी फिल्म का पोस्टर चिपका हुआ था। उस पर लिखे शब्द दूर से... Read more
‘मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। हरि-स्मरण कर अपनी चोंच से नन्ही चिड़िया ने अपने शरीर को टटोला, सब कुछ यथावत था। वह... Read more
शंकर की चश्मदीद- Gavahi के आधार पर स्वर्गीय पार्षद राम बाबू तिवारी के दोनों हत्यारों को न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई थी। गवाही देने... Read more