Angar Baith Lev Kachhu Kane ऐंगंर बैठ लेव कछु कानें

Angar Baith Lev Kachhu Kane ऐंगंर बैठ लेव कछु कानें

महाकवि ‘ईसुरी’ का नाम सुनते ही हमारे मन मस्तिष्क में उनकी फागों की विभिन्न छबियाँ मंडराने लगती हैं । लेकिन ‘फाग’ शब्द आते ही हमें... Read more

Sabse Bolen Mithi Bani सबसे बोलें मीठी बानी

Sabse Bolen Mithi Bani सबसे बोलें मीठी बानी, थोड़ी है ज़िदगानी

सबसे बोलें मीठी बानी, थोड़ी है ज़िदगानी। येई बानी हाथी चढ़बावै, येई उतारै पानी। येई बानी सुरलोक पठावै, येई नरक निशानी। येई बानी सें तरैं... Read more

Lelo Sitaram Hamari लैलो सीताराम हमारी

Lelo Sitaram Hamari लैलो सीताराम हमारी, चलती बेरा प्यारीं

महाकवि ईसुरी कर्म योगी थे अपना कर्म उन्हे पता था । अन्तिम समय तक वे अपने रचना कर्म में लगे रहे। लैलो सीताराम हमारी, चलती... Read more

Yaro Into Jas Kar Lijo यारो इतनो जस कर लीजौ

Yaro Into Jas Kar Lijo यारो इतनो जस कर लीजौ, चिता अन्त न कीजौ

साहित्यिक समृद्धि से परिपूर्ण ईसुरी का सारा जीवन साहित्यिक उधेड़ बुन में लगा रहा। वे सच्चाई पर चलने वाले, ईमान का पालन करने वाले निश्छल,... Read more

Mori Sab Khan Radhavar Ki मोरी सब खां राधावर की

Mori Sab Khan Radhavar Ki मोरी सब खां राधावर की, भई तैयारी घर की

कदाचित यह उनकी अन्तिम रचना है, जिसके अन्तिम शब्दों के साथ उनके बोल थक गए थे। मोरी सब खां राधावर की, भई तैयारी घर की।... Read more

Manus Kabe-Kabe Fir Hone मानुस कबै-कबै फिर होने

Manus Kabe-Kabe Fir Hone मानुस कबै-कबै फिर होने, रजऊ बोल लो नौनें

मानुस कबै-कबै फिर होने, रजऊ बोल लो नौनें। चलती बैरां प्रान छोड़ दए, की के संगे कौनें। जियत-जियत को सबकोउ, सबको मरे घरी भर रौनें... Read more

Bahar Reja Pair Kade Gaye बाहर रेजा पैर कड़े गए

Bahar Reja Pair Kade Gaye बाहर रेजा पैर कड़े गए, नैचैं मूंड़ करैं गए

महाकवि ईसुरी अपनी द्विअर्थी फागों के माध्यम से नायिका की आड़ लेकर इस संसार को उपदेशित करते हुए कहते हैं। बाहर रेजा पैर कड़े गए,... Read more

Bakhri Raiyat Hai Bhare Ki बखरी रैयत है भारे की

Bakhri Raiyat Hai Bhare Ki बखरी रैयत है भारे की, र्दइ पिया प्यारे की

बखरी रैयत है भारे की, र्दइ पिया प्यारे की। कच्ची भीत उठी माटी की, छबी फूस चारे की। बे बन्देज बड़ी बेबाड़ा जेई, में दस... Read more

Tan Tan Dou Jane Gam Khaven तन तन दोऊ जने गम खावें

Tan Tan Dou Jane Gam Khaven तन तन दोऊ जने गम खावें करो फैसला चायें

तन तन दोऊ जने गम खावें करो फैसला चायें। नायं बगोरा को मेडो है बड़े गांव को मायें। माझ पारिया पै झगड़ा है तूदा फिरत... Read more