Bahu Utrai Nritya बहू उतराई नृत्य

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Bahu Utrai Nritya बहू उतराई नृत्य
Bahu Utrai Nritya बहू उतराई नृत्य

बरात लौटने और बहू के घर आने पर बहू और वर को कइयाँ लेकर नृत्य किया जाता है, उसे बहू उतराई नृत्य कहते हें। वर-वधू के प्रथमागम पर उनकी आरती उतारी जाती है। सास बहू लक्ष्मी के पैर छूती है। इसके बाद उल्लास के उत्साह में सास, जिठानी, देवरानी, बुआ, माईं आदि सभी नृत्य करतीं हैं और ढोलक या बैण्डवाजे बजने पर नृत्य तीव्र होता रहता है।

बुन्देलखण्ड की लोकनृत्य कला