आल्हा रत्न श्री रामरथ पाण्डेय जी Ramrath Pandey का जन्म 03 जून 1966 को ग्राम मटेहना पोस्ट निहस्था जिला रायबरेली उत्तर प्रदेश में हुआ । आपके पिता का नाम स्व. श्री शिव भजन पाण्डेय एवं माता का नाम स्व. श्रीमती मालती है । श्री रामरथ पाण्डेय जी के गुरु का नाम अमर स्वत्रंता संग्राम सेनानी संत प्रसाद शर्मा है।
श्री रामरथ पाण्डेय जी ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश , बिहार, राजस्थान और दिल्ली आदि मे अनेक आल्हा गायन के सफल कार्यक्रम प्रस्तुति किए। दर्शक श्रोताओं ने इन्हे बहुत पसंद किया ।
श्री रामरथ पाण्डेय जी की गायन में रुचि बचपन से ही थी, गांव की इस भारतीय लोक कला को अमर स्वतंत्रता सेनानी संत प्रसाद शर्मा जी के सानिध्य में अध्ययन किया और सन् 1996 में सूचना एवं जन सम्पर्क बिभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ में पंजीकृत करने के बाद फिर आप सरकार की नीतियों निर्णयों तथा उपलबधियों के लिए गायन करते चले आ रहे हैं।
- सन् 2000 में आकाशवाणी लखनऊ में बी ग्रेड परिक्षा पास कर रेडियो के लिए गायन करने वाले कलाकार बने जो अभी तक हैं।
- सन् 2008 में क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र अवध संस्कृति बिभाग उत्तर प्रदेश के निर्देशन में लोकगीतों की कार्यशाला कर बच्चों को प्रशिक्षित किया ।
- सन् 2011 में संस्कृति बिभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया ।
- सन् 2012 में सांस्कृतिक संबंध परिषद बिदेश मंत्रालय भारत सरकार के क्षितिज श्रंखला में कार्यक्रम किया ।
- उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज के अनेक कार्यक्रमों में आल्हा गायन प्रस्तुत किया ।
- सन् 2014 में संस्कृति संचालनालय मध्य प्रदेश के लिए देशराग में गायन किया।
- उत्तर प्रदेश सरकार के एक साल बेमिसाल में लोक भवन लखनऊ में प्रस्तुति ।
- सन 2016 के सिंहस्थ कुम्भ उज्जैन में संस्कृति बिभाग मध्य प्रदेश में प्रस्तुति।
- मऊसिंघानिया छतरपुर, भोपाल, ताप्ती महोत्सव मुल्तई में प्रस्तुति।
- सन् 2018 में बीरबर आल्हा देव जी की मूर्ति की स्थापना कर मंदिर बनाने का सौभाग्य प्राप्त है।
bundelkhand ki pahchan hai alaha gayan.