जालौन उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। जालौन जिला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब 220 किलोमीटर दूर है। जालौन जिले की कालपी तहसील बहुत पुरानी है। कालपी तहसील यमुना नदी के किनारे बसी हुई है। Jalaun Jile Ke Darshniya Isthal देखने लायक हैं । यहां पर ऋषि वेदव्यास जी का जन्म हुआ था, जिन्होंने महाभारत ग्रंथ की रचना करी है। जालौन में भी बीहड़ क्षेत्र देखने के लिए मिलता है। जालौन जिले में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है। चलिए जानते हैं – जालौन जिले में कौन-कौन सी जगह घूमने लायक है।
जालौन जिले के आसपास घूमने वाली प्रमुख जगह
वेदव्यास जी का जन्म स्थान
वेदव्यास जी का जन्म स्थान जालौन जिले का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। वेदव्यास जी का जन्म स्थान जालौन जिले के कालपी में हुआ है। वेदव्यास जी प्राचीन समय में महान ऋषि थे। उन्होंने महाभारत जैसे महान ग्रंथ को लिखा था। वेदव्यास जी का यहां पर बहुत सुंदर मंदिर बना हुआ है।
यहां पर वेदव्यास जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। चारों तरफ पेड़ पौधों से घिरी हुई है। यमुना नदी का दृश्य भी यहां से देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर आकर बहुत शांति मिलेगी। यह जालौन की सबसे अच्छी जगह है।
यमुना घाट कालपी जालौन
यमुना घाट जालौन शहर का एक सुंदर घाट है। यह जालौन जिले के कालपी में स्थित है। कालपी नगर यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है। इस नगर में बहुत सारे प्राचीन मंदिर और यमुना नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। कालपी में घूमने के लिए यमुना घाट भी एक सुंदर स्थान है। यहां पर एक प्राचीन मंदिर कपिलेश्वर मंदिर देखने के लिए मिलता है। कपिलेश्वर मंदिर यमुना घाट जाने वाले रास्ते में ही बना हुआ है।
यमुना घाट पर आकर बहुत अच्छा लगता है। चारों तरफ का दृश्य बहुत ही आकर्षक है। यहां पर आपको आसपास बीहड़ का एरिया देखने के लिए मिलता है। बीहड़ के एरिया में चारों तरफ छोटे-छोटे नाले खड्डे है, जो आप यहां पर आकर देख सकते हैं। घाट में आप आकर बैठ सकते हैं और अपना समय शांति से बिता सकते हैं। कपिलेश्वर मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है और यह मंदिर प्राचीन है। यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरीके से बना हुआ है और आप इस मंदिर में आकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं।
श्री पातालेश्वर मंदिर कालपी जालौन
श्री पातालेश्वर मंदिर जालौन का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यह मंदिर जालौन जिले के कालपी में स्थित है। यह मंदिर यमुना घाट जाने वाले रास्ते में बना हुआ है। आप यहां पर आकर शिव भगवान जी के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आकर बहुत ही अच्छा लगता है।
लंका मीनार कालपी जालौन
लंका मीनार जालौन शहर का एक ऐतिहासिक स्थल है। लंका मीनार जालौन शहर में कालपी में स्थित है। यह मीनार बहुत अच्छी है। यह रामायण के एक फेमस पात्र रावण की याद में बनाई गई है। इस इमारत का निर्माण 18वीं शताब्दी में हुआ था। यह इमारत बुंदेलखंड में सबसे ऊंची इमारतों में से एक है।
इस इमारत के सबसे ऊपरी छोर से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है और यमुना नदी का दृश्य भी देखने के लिए मिलता है। इस इमारत की सबसे ऊपरी छोर में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। आप सीढ़ियां चढ़कर इमारत के सबसे ऊपर जा सकते हैं। इमारत में सुंदर डिजाइन भी बना हुआ है, जो बहुत अच्छा लगता है। लंकापति रावण का मूर्ति इस मीनार में देखने के लिए मिलती है।
लंका मीनार में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है। लंका मीनार परिसर में बहुत सुंदर सुंदर मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं। इन मूर्तियों की बनावट कुछ अलग प्रकार की हैं, जो इस मंदिर को अलग बनाती हैं। मंदिर परिसर में शिव शंकर जी का मंदिर भी देखने के लिए मिलता है, जिसमें शिवलिंग विराजमान है। यहां पर आकर आप इस मीनार को घूम सकते हैं। इस मीनार के बाहर एक मस्जिद भी बनी हुई है, जो बहुत सुंदर है। यहां पर आकर आप इस जगह को देख सकते हैं।
मां वनखंडी देवी शक्ति पीठ जालौन
मां वनखंडी देवी शक्ति पीठ जालौन जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है। इस मंदिर को कालपी धाम के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर जालौन जिले के कालपी में स्थित है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और वनखंडी देवी आदिशक्ति माता का स्वरूप है। इस मंदिर को लेकर प्राचीन कहानियां प्रचलित है। वनखंडी मंदिर कालपी में जंगल के अंदर स्थित है।
प्राचीन समय में यहां पर घना जंगल हुआ करता था और यह मंदिर टीले के नीचे दबा हुआ था। एक ग्वाले की इस मंदिर में नजर पड़ी और इस मंदिर को खोदकर निकाला गया। यहां पर वनखंडी माता के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिव शंकर जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क से कुछ ही दूरी पर स्थित है। आप यहां पर गाड़ी और कार से पहुंच सकते हैं। यहां पर आकर आपको अच्छा लगेगा और शांति मिलेगी।
चौरासी गुंबज जालौन
चौरासी गुंबज जालौन शहर का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर आपको एक प्राचीन स्मारक देखने के लिए मिलती है। यह प्राचीन स्मारक जालौन जिले में कालपी में स्थित है। यह स्मारक जालौन कानपुर हाईवे सड़क पर स्थित है। इस स्मारक को लोधी शाह बादशाह का मकबरा भी कहा जाता है। मगर ज्यादातर लोग इसे चौरासी गुंबज के नाम से जानते हैं। यह स्मारक बहुत ही सुंदर है। इस स्मारक के बीच में बने गुंबद के नीचे लोधी शाह की कब्र देखने के लिए मिलती है। यहां पर 2 कब्र हैं।
चौरासी गुंबज अच्छी अवस्था में है और आप जब भी जालौन से कानपुर जाते हैं, तो इस स्मारक में घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां पर किसी भी तरह की एंट्री फीस नहीं लगती है। यह इमारत हफ्ते में 7 दिन खुली रहती है। इस स्मारक में खूबसूरत गुंबद देखने के लिए मिलते हैं और खुले हुए गलियारे देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। चौरासी गुंबज के पीछे बहुत बड़ा आंगन बना हुआ है। आप यहां पर आ कर घूम सकते हैं और अच्छा अनुभव कर सकते हैं। यह जालौन में घूमने लायक जगह है।
श्री भैरव जी मंदिर जालौन
श्री भैरव जी मंदिर जालौन शहर में रामपुरा जागीर में स्थित है। यह मंदिर जालौन का धार्मिक स्थल है। यह मंदिर श्री भैरव बाबा जी को समर्पित है। यह मंदिर बीहड़ इलाके में स्थित है। इस मंदिर के थोड़ा दूरी से ही पहुंज नदी बहती है। इस मंदिर के गर्भ गृह में श्री भैरव जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
यहां पर शिव भगवान जी के भी दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। यहां पर बहुत सारी प्राचीन मूर्तियां हैं। वह भी आप देख सकते हैं। इस मंदिर के चारों तरफ खड्डे गड्ढे का इलाका है। आपको यहां पर आकर अच्छा लगेगा।
रामपुरा का किला जालौन
रामपुरा का किला जालौन का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह किला जालौन जिले में रामपुरा गांव में स्थित है। यह किला बहुत सुंदर है। इस किले को होटल में परिवर्तित कर दिया गया है, जिससे इस किले मे पर्यटकों को नहीं जाने दिया जाता है। यहां पर आप चाहे, तो रुक सकते हैं और इस किले को देख सकते हैं।
इस किले के अंदर बहुत सारी प्राचीन वस्तुएं देखने के लिए मिलती हैं, जो राजा के द्वारा इस्तेमाल की जाती थी। इस किले के ऊपर से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर बीहड़ क्षेत्र देखने के लिए मिलता है। आप रामपुरा जाकर इस किले को बाहर से ही देख सकते हैं, क्योंकि किले के अंदर जाने की मनाही रहती है।
रामपुरा किला के बाहर चारों तरफ गड्ढे खोदे हैं और गड्ढे में पानी भरा हुआ है। प्राचीन समय में इन गड्ढों में मगरमच्छ और जहरीले सांप रहा करते थे। जब किले में कोई आक्रमण करता था, तो यह सांप और मगरमच्छ के द्वारा मारा जाता था।
इस किले की वास्तुकला राजस्थानी है। किले में सुंदर खिड़कियां और बुर्ज देखने के लिए मिलते हैं। किले के बहुत सारे भाग अब खंडहर में तब्दील हो चुके हैं। मगर कुछ भाग अच्छी अवस्था में है और आप यहां पर आकर किले को देख सकते हैं और यहां पर ठहर सकते हैं।
जगम्मनपुर का किला जालौन
जगम्मनपुर का किला जालौन शहर का एक मुख्य किला है। यह किला प्राचीन है। इस किले का अधिकांश भाग खंडहर अवस्था में देखने के लिए मिलता है। यह किला जालौन जिले के जगम्मनपुर में स्थित है।
यह किला तीन मंजिला है। किले में आपको इसके सुंदर प्रवेश द्वार देखने के लिए मिलता है, जो बहुत आकर्षक लगता है। इसके अलावा किले के अंदर बीच में आंगन है और चारों तरफ इमारतें बनी हुई है। आप यहां पर आकर किले को देख सकते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर पचनदा धाम
महाकालेश्वर मंदिर पचनदा धाम जालौन का एक सुंदर स्थल है। महाकालेश्वर मंदिर एक धार्मिक स्थल है। यहां पर यमुना नदी और सिंध नदी का संगम स्थल देखने के लिए मिलता है। यह जगह बहुत ही सुंदर है। संगम स्थल पर शिव भगवान जी का मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है।
इस मंदिर में शिव भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। पचनदा धाम मे पांच प्रमुख नदियों का संगम हुआ है। इसलिए इस जगह को पचनदा धाम कहा जाता है। यहां पर मकर संक्रांति के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है।
माहिल तालाब जालौन
माहिल तालाब जालौन शहर का एक सुंदर स्थल है। यह तालाब जालौन जिले में उरई में स्थित है। यह तालाब उरई नगर के बीचो बीच स्थित है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं। इस तालाब के बीच में टापू बना हुआ है। इस टापू को अच्छी तरह से बना दिया गया है। यहां पर लोग आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
इस टापू में जाने के लिए तालाब में पुल बना हुआ है। यहां पर आप पूरे तालाब को घूम सकते हैं। बहुत अच्छा लगता है। यह तालाब के चारों तरफ से पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। तालाब के किनारे मंदिर भी बना हुआ है, जहां पर आप भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं। यह जालौन में घूमने लायक जगह है।
श्री ठंडेश्वर मंदिर जालौन
श्री ठंडेश्वर हनुमान मंदिर जालौन जिले का एक प्रमुख मंदिर है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। यह मंदिर जालौन जिले के उरई में स्थित है। इस मंदिर में हनुमानजी खड़ी हुई अवस्था में देखने के लिए मिलते हैं। हनुमान जी की प्रतिमा बहुत ही सुंदर है। आप यहां पर आकर हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर पूरे जालौन शहर में प्रसिद्ध है। यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं। हनुमान जयंती में यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
श्री ठंडेश्वर मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर का प्रवेश द्वार बहुत आकर्षक है। मंदिर के अंदर हनुमान जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। हनुमान जी की प्रतिमा में, श्री राम जी और लक्ष्मण जी उनके कांधे पर बैठे हैं। हनुमान जी ने एक हाथ से पर्वत उठाया है और एक हाथ में गदा पकड़ी हुई है। हनुमान जी की प्रतिमा बहुत सुंदर है। आप यहां पर आ कर हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर उरई में, उरई जेल के पास में ही स्थित है।
बेरी वाले बाबा की मजार जालौन
बेरी वाले बाबा की मजार जालौन शहर का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह एक मुस्लिम धार्मिक स्थल है। यहां पर मुस्लिम कम्युनिटी के लोग आते हैं। वैसे इस मजार में सभी कम्युनिटी के लोग आते हैं। यह मजार जालौन के आसपास के जिलों में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। यहां पर आप जो भी मन्नत मांगेंगे। वह पूरी होती है।
बेरी वाले बाबा की मजार जालौन शहर में उरई में स्थित है। उरई रेलवे स्टेशन के बहुत करीब है। आप यहां पर उरई रेलवे स्टेशन से डायरेक्ट आ सकते हैं। करीब 1 से डेढ़ किलोमीटर यह उरई रेलवे स्टेशन से दूर है। यह मजार बहुत पुरानी है। यहां पर एक बेरी का पेड़ लगा हुआ है, जिसके कारण इस दरगाह को बेरी वाले बाबा की मजार कहा जाता है। यहां पर उर्स के समय बहुत बड़ा मेला लगता है, जिसमें बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं।
संकटा माता मंदिर जालौन
संकटा माता मंदिर जालौन शहर का धार्मिक स्थल है। इस मंदिर को मौनी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर जालौन शहर के उरई में स्थित है। यह उरई में घंटाघर जाने वाली सड़क में स्थित है।
इस मंदिर में आदिशक्ति दुर्गा जी का एक स्वरूप देखने के लिए मिलता है, जिन्हें संकटा माता के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और यहां पर संकटा माता जी की बहुत सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर भी बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है और यहां आकर बहुत अच्छा लगता है।
जालौन वाली माता का मंदिर जालौन
जालौन माता का मंदिर जालौन जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर पूरे जालौन शहर और आसपास के जिलों में फेमस है। यह धार्मिक स्थल है। यह एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि इस मंदिर की स्थापना पांडवों के द्वारा की गई थी। यह मंदिर जालौन शहर में यमुना नदी के किनारे बना हुआ है।
यह मंदिर काथोड गांव के पास स्थित है। यहां पर आपको बीहड़ के बीच में सुंदर माता का मंदिर देखने के लिए मिलता है। गर्भ गृह में माता की बहुत सुंदर प्रतिमा विराजमान है। जालौन माता के दर्शन करने से मन को शांति मिलती है और बहुत अच्छा लगता है।
यहां पर बहुत दूर-दूर से लोग आते हैं। नवरात्रि के समय यहां पर बहुत ज्यादा भीड़भाड़ रहती है और यहां पर मेला भी लगता है। आप जब भी जालौन आते हैं, तो आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं। यह जालौन का पिकनिक स्पॉट है।
जालौन के प्रसिद्ध स्थल एवं मंदिरों की सूची
कैला देवी मंदिर उरई जालौन
काली माता मंदिर उरई जालौन
बाबा साहब मंदिर पचनदा
गोपालपुर का किला जालौन
श्री आदि गणेश और सिद्धि गणेश मंदिर कालपी जालौन
शाही जामा मस्जिद कालपी जालौन