बुन्देलखण्ड में जब बच्चा चलने लगता है, तब महिलाएँ अपने बालक को Rakshika Mai रक्षिका माई के चरणों में डाल देती हैं और उन पर हाथ लगवाकर आपत्तियों से रक्षा हेतु उसकी कमर में काला धागा बाँध देती हैं, जिसे रक्कस देना कहते हैं। यह प्रथा ग्रामीण अंचलों में आज भी है।