Chandel Kalin Lok Sangeet चंदेल कालीन लोक संगीत
चंदेल-काल में 8वीं-9वीं शती के मध्य बुंदेली लोकभाषा ने जन्म लिया था, पर चंदेलों की राजभाषा संस्कृत थी। इस कारण राजदरबार की तरफ से लोक... Read more
The Cultural Archive Of Bundelkhand
चंदेल-काल में 8वीं-9वीं शती के मध्य बुंदेली लोकभाषा ने जन्म लिया था, पर चंदेलों की राजभाषा संस्कृत थी। इस कारण राजदरबार की तरफ से लोक... Read more
चंदेल काल बुंदेलखंड में लोग भुक्ति और मुक्ति के समन्वय में आस्था रखते थे, जिसके कारण वे लोकोत्सवों को प्रोत्साहन देने में अग्रणी रहे यही... Read more
चंदेल काल बुंदेलखंड में वसंतोत्सव राजकीय और सामाजिक दोनों रूपों में मनाया जाता था। कुमारपाल प्रबंध में Chandel Kalin Vasantotsav धूलिपर्वोत्सव से स्पष्ट है कि... Read more
अयोध्या, भारत में स्थित एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है जिसे हिन्दू धर्म में महत्त्वपूर्ण माना जाता है। Ayodhya Dham Ram Mandir भारतीय संस्कृति... Read more
चित्रकूट जनपद में राजापुर नामक कस्बा यमुना नदी के तट पर स्थित है। यहाँ आत्माराम दुबे नामक प्रतिष्ठित सरयूपारीण ब्राह्मण रहते थे। उनकी धर्मपत्नी का... Read more
पितामह श्री कृष्ण दत्त मिश्र तथा पिता आचार्य काशी नाथ जी ओरछा दरबार के प्रतिष्ठित विद्वान थे। इसी परिवार में Kavi Keshav Das का जन्म... Read more
कवि पद्माकर का मूल नाम प्यारेलाल है Kavi Padmakar का जन्म सम्वत् 1810 विक्रमी में सागर नगर में हुआ। इनके पिता श्री मोहनलाल भ सागर... Read more
हिन्दी साहित्य के प्रखर नक्षत्र, माँ भारती के वरद पुत्र डॉ मैथिलीशरण गुप्त का जन्म ३ अगस्त सन 1886 ई. में पिता सेठ रामचरण कनकने... Read more
बुंदेलखंड के महान उपन्यासकार श्री वृन्दावनलाल वर्मा का जन्म मऊरानीपुर , झांसी में 9 जनवरी सन् 1889 ई. में हुआ। Dr Vrindavanlal Verma के पिता... Read more
बहुमुखी प्रतिभा के साहित्यकार श्री सियारामशरण गुप्त का जन्म भाद्र पूर्णिमा सम्वत् 1952 वि. तद्नुसार 4 सितम्बर 1895 ई. को सेठ रामचरण कनकने के परिवार... Read more