डॉ रामकुमार वर्मा Dr Ramkumar Verma का जन्म 15 सितम्बर सन् 1905 ई. में मोहल्ला गोपालगंज, सागर (मध्य प्रदेश) में हुआ था। एकांकी सम्राट Dr Ramkumar Verma इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी विभागाध्यक्ष पद से सेवा निवृत हुये।
डॉ रामकुमार वर्मा बहुमुखी प्रतिभा के साहित्यकार थे। वे श्रेष्ठ कवि तथा एकांकी नाट्य लेखन के अद्वितीय रचनाकार थे। एक महान नाटककार एवं साहित्य के मूर्धन्य अध्येता थे। उनका प्रत्येक ग्रन्थ साहित्य जगत में प्रकाशमान है। Dr Ramkumar Verma सन् 1963 ई. में “पद्म भूषण’ से सम्मानित हुए।
प्रबन्ध काव्य
वीर हम्मीर, चित्तौड़ विजय।
खण्ड काव्य
निशीथ, बालि वध, एकलव्य।
आख्यान गीत
कुलललना, नूरजहाँ, भोजराज, जौहर, पृथ्वीराज की आंखें, रेशमी टाई, रुप-रंग, कुन्ती का परिताप, शिवाजी, रिम-झिम, कौमुदी महोत्सव (ऐतिहासिक एकांकी) , मयूर पंख, खट्टे-मीठे, ललित एकांकी, मेरे श्रेष्ठ रंग एकांकी प्रकाशित हैं।
सम्पादित
साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास, कबीर ग्रन्थावली
कबीर का रहस्यवाद, कबीर – एक अनुशीलन, संस्मरणों के सुमन भी प्रकाशित हैं। आपके काव्य संग्रह अंजलि, अग्निशिखा, अभिशाप, इन्द्रधनुष, रुपराशि, बापू, चारुमित्र, चन्द्र किरण, सप्तकिरण, हिमहास, स्मृति के अंकुर, रुप-रंग, ॠतुराज, दीपदान, कामकंदला, अशोक का शोक आदि हैं।