भारत का सामाजिक जीवन आस्था और विश्वास पर आधारित है। इसी आस्था और विश्वास के कारण यहां का लोकजीवन पशु-पक्षी, पेड़े-पौधे, नदी-पर्वत में भी आस्था और विश्वास रखता है और उनकी पूजा-अर्चन करता है । बुंदेलखंड मे Bhuinya Baba भुईयां बाबा सर्प देवता है।
बुन्देलखण्ड में भुईयां बाबा की पूजा आषाढ शुक्ल 14 तथा अगहन शुक्ल 14 को होती है। पूजा में भात, बेलन की बेली हुई सात रोटियां और उर्द के बने मगौरा चढ़ाये जाते हैं। इनकी चौतरिया या चौरी बनी होती है । कुछ स्थानों में ये खेत या धरती के देवता माने जाते है और कहीं कहीं खेतपाल या क्षेत्रपाल कहलाते हैं।