Guraiya Devi  गुरैया देवी-बुंदेलखंड की लोक देवियाँ

Photo of author

By admin

बुंदेलखंड ग्रामीण संस्कृति का प्रदेश है यहाँ की चारागाही संस्कृति लोक जीवन में समाहित है। बुंदेलखंड मे यह लोकदेवता Guraiya Devi  गुरैया देवी रहूनी’ की देवी है। रहूनी उस स्थान को कहते हैं जहां घर से बाहर निकलकर मवेशी इकट्ठे होते हैं। इस स्थान के बाद चारागाह के लिए चरने जाते हैं।

बुंदेलखंड मे पुशओं की कल्याण कामना के हेतु रहूनी’ के पास गुरैया देवी/ गरैया अर्थात गो रक्षक गोरा देवी की स्थापना की जाती है। चरवाहों के लिए यह स्थान रोजाना आस्था का स्थान है । चारागाह जाते समय सही चरवाहे यह प्रार्थना करते हैं और चारागाह से शाम को लौटते समय यहां सर झुकाते हैं फिर गांव के अंदर जाते हैं। 

बुंदेलखंड का लोक जीवन 

According to the National Education Policy 2020, it is very useful for the Masters of Hindi (M.A. Hindi) course and research students of Bundelkhand University Jhansi’s university campus and affiliated colleges.

Leave a Comment

error: Content is protected !!