हम आभारी हैं हम अग्रजों, मनीषी विद्वानों एवं गुरुजनों का जिन्होंने अपने जीवन से अमूल्य समय निकालकर बुंदेली झलक के निर्माण में सहयोग प्रदान किया और अपना संरक्षण दिया। जिससे बुंदेलखंड की लोक कला संस्कृति परंपरा और साहित्य आम जनमानस तक पहुँच सका ।
Shri Gunsagar Sharma Satyarthi