Saiyan Bisa Saut Ke Lane सैंया बिसा सौत के लाने, अंगिया ल्याये उमाने

Photo of author

By admin

सैंया बिसा सौत के लाने, अंगिया ल्याये उमाने।
ऐसे और बनक के रेजा, अब ई हाट बिकाने।
उनने करी दूसरी दुल्हिन, जौ जी कैसे माने।
उए पैर दौरे से कड़ने, प्रान हमारे खाने।
मयके से न निंगत ईसुर,जो हम ऐसी जाने।

ऐसी क्या काऊ की गोरी, जैसी प्यारी मोरी ।
दाड़िम दसन सुआ सम नासा,

सब उपमा है फोरी।
छू न कड़ी तनक चालाकी, चाल चलन की भोरी।
ईसुर चाउत इन खां ऐसे, जैसे चन्द्र चकोरी।

नायिका की सुन्दरता, हँसन-हेरन बोलन सभी का वर्णन कर ईसुरी ने श्रृँगार रस का बडे़ ही सलीके से निर्वाह किया है। वे कितनी बारीकी से कह जाते हैं।

बुन्देलखण्ड की लोक कथाएं 

Leave a Comment

error: Content is protected !!