Kuldevta Babu कुलदेवता बाबू- बुंदेलखंड के लोक देवता 

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By admin

बुंदेलखंड के प्रत्येक घर में अपने-अपने कुलदेवता Kuldevta Babu की पूजा वर्ष में एक बार या दो बार होती है। कुल देवता को बाबू पूजा कहते हैं। इसमें एक परिवार खानदान के सभी सदस्य उपस्थित होते हैं। परिवार के सदस्य कितनी भी दूर रहते हो पर वे सब इस पूजा मे पूरे परिवार के साथ अवश्य समलित होते हैं । 

 कुलदेवता बाक़बू की पूजा मे मिट्टी की एक चौतरिया निर्मित कर ली जाती है। यह चौतरिया पूजा में प्रयोग होती है। इसपर सूता का या हाथ का कता बुना फरका रखा जाता है। इस पर कुल देवता की छाप अंकित की जाती है। गेहूं, चावल की आखत डालकर कुलदेवता

“बाबू” की पूजा की जाती है। बाबू की पूजा में पांच या सात कोरा रखे जाते है। नारियल चढ़ाया जाता है। इन कोरों को परिवार के सभी सदस्यों में  वितरित किया जाता है।

टेसू – बुन्देली लोक पर्व 

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