Homeबुन्देलखण्ड के साहित्यकारRakesh Kumar Agarwal राकेश  कुमार अग्रवाल

Rakesh Kumar Agarwal राकेश  कुमार अग्रवाल

श्री राकेश  कुमार अग्रवाल का जन्म 21.12.1971 कुलपहाड़ जिला – महोबा उत्तर प्रदेश मे हुआ । Rakesh Kumar Agarwal के पिता स्व. श्री रामरतन अग्रवाल लोकतंत्र सेनानी थे और  दादा जी  स्व.  श्री बालगोविन्द अग्रवाल  जी स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी रहे ।

आपने बी.एस.सी. – 1989 – मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर (राजस्थान), बी. फार्मा – 1994 – राजस्थान विश्वविद्यालय -जयपुर से एम. ए. (राजनीति शास्त्र)- 1996 – बुन्देलखण्ड़ विश्वविद्यालय – झाँसी

योगदान
1- जिला संवाददाता – राष्ट्रीय सहारा – (लखनऊ) 2 वर्ष 1999-2000
2- संवाददाता – अमर – उजाला, कानपुर – 2 माह मई 2001
3- संवाददाता – दैनिक जागरण, कानपुर – मार्च 2002 तक
4- ई.टी.वी. उ0 प्र0 चैनल के लिए बतौर स्टिंªगर 2 वर्ष कार्य किया (2002-03)
5- ई.टी.वी. उ0 प्र0 के लिए बतौर स्टॉफर सीनियर रिपोर्टर/कॉपी एडिटर लगभग साढ़े सात वर्ष कार्य किया (2003 से 2009 तक)।
6- बतौर प्रबंधक आरबीपीएस में 14 वर्ष से कार्यरत।

महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ
1 – राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं के लिए लगभग 32 वर्षों से नियमित तौर पर लेखन।

2 -आकाशवाणी छतरपुर से नियमित वार्तायें प्रसारित व परिचर्चाओं का संचालन।

3 -कॉलेज स्तर पर वाद – विवाद, निबन्ध, भाषण व कविता पाठ प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत।

4 -उदयपुर (राजस्थान) मे आयोजित आठवे अन्तर्राष्ट्रीय बाल एवं युवा फिल्म समारोह की दैनिक जागरण के लिए कवरेज (सन् 1993 में)।

5 -11 नवम्बर 1994 जयपुर में आयोजित भारत व वेस्टइंडीज के मध्य एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच की कवरेज।

6 -1996 मे जयपुर मे आयोजित भारत व दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध डेविस कप मैच की कवरजे ।

7 -सतपुरवा सतीकांड की बी0बी0सी0 लंदन के लिये रिपोर्टिंग 12 नवम्बर 1999 को सुबह व शाम की सभा में 3-3 मिनट के इंटरव्यू का प्रसारण, बी0बी0सी0 लंदन द्वारा 29 पाउंड का भुगतान

8 -सतपुरवा सतीकांड की इण्डिया टुडे (हिन्दी) व माया (पत्रिका) के लिए रिपोर्टिंग 24 नवम्बर 1999 के अंक में प्रकाशित।

9 -भारत व दक्षिण अफ्रीका के मध्य आयोजित चतुर्थ एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच की बड़ौदा से कवरेज 17 मार्च सन् 2000।

10 -भारत व जिम्बाम्बे के मध्य अहमदाबाद में आयोजित पेप्सी कप श्रंृखला के तहत दूसरे एक दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैच की कवरेज 5 दिसम्बर सन 2000।

11 -खजुराहो डांस फेस्टीवल (खजुराहो नृत्य समारोह) की लगातार कई वर्ष कवरेज।

12 -राष्ट्रीय जूनियर नौकायन चैम्पियनशिप ‘‘उर्मिल 99’’ की टाइम्स ऑफ इण्डिया, राष्ट्रीय सहारा, व दैनिक जागरण के लिए कवरेज।

13 बुन्देलखण्ड़ में दस्युओं का आतंक – कवरेज-माया (पत्रिका)।

14 – वर्ष 2009 में कुलपहाड़ तहसील के पहले अंग्रेजी माध्यम, आरबीपीएस स्कूल की स्थापना

15 – कोरोना काल में यू-ट्यूब पर बतौर मोटीवेशनल स्पीकर अपने चैनल ‘‘कहके रहेंगे’’ के माध्यम से लोगों को सकारात्मक रुप से जोड़ा।

16 – अहमदाबाद (गुजरात) में भारत एवं इंग्लैण्ड के मध्य आयोजित डे नाइट मैच की लोकभारती के लिए कवरेज की (24-25 फरवरी 2021 में)।

इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में विशेष उपलब्धियाँ
1 – मई 2002, प्रदेश में  दसू रा स्थान
2 – जून 2002, प्रदेश में प्रथम स्थान
3 – जुलाई 2002, प्रदेश में दूसरा स्थान
4 – अगस्त 2002, प्रदेश में दूसरा स्थान

विशिष्ट उपलब्धियाँ
1 -देश का पहला दिव्यांग युवक जिसने इलैक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे भागमभाग व चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में बतौर रिपोर्टर 10 वर्ष कार्य किया।

2 – भारतरत्न से सम्मानित देश की 4 विभूतियों माननीय अटल बिहारी वाजपेयी, नानाजी देशमुख, सचिन तेंदुलकर व भूपेन्द्र हजारिका का इन्टरव्यू लेने का सौभाग्य मिला।

3 – कानपुर व लखनऊ से प्रकाशित हिन्दी दैनिक ‘लोकभारती‘ मे 2 वर्ष तक नियमित स्तम्भ लेखन ।

4 -सीबीएसई बोर्ड , नई दिल्ली से सम्बद्ध रामरतन भुवनेश कुमार पब्लिक स्कूल कुलपहाड़ के प्रबन्धक।

सम्मान/पुरस्कार
1 -फीचर लेखन के क्षेत्र में महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन, उदयपुर के महाराणा राजसिंह पुरस्कार से सम्मानित (एक हजार रु0 नगद, मडे ल, व प्रशस्ति पत्र- 1994 मे)

2 – उरई जिला जालौन मंे अमित स्मृति संस्थान की ओर से फीचर लेखन के लिए बुन्देलखण्ड स्तरीय सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित (रु0 251, श्रीफल, व प्रशस्ति पत्र- सन् 1997-98 में ।

3 -अच्युतानंदन मिश्र (संपादक नभाटा – दिल्ली) व वीरेन्द्र डंगवाल संपादक -अमरउजाला (कानपुर) द्वारा

4 -वैश्य एकता परिषद कुलपहाड़ के तत्वाधान में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रदेश के लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री श्री बाबूलाल एम.  कॉम. द्वारा सम्मानित।

5 -उरई के अमित स्मृति संस्थान द्वारा पत्रकारिता हेतु बुन्देलखण्ड़ अमित स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार वर्ष 2000 (रु0 1500 नगद, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, श्रीफल) वरिष्ठ पत्रकार जनसत्ता के पूर्व सम्पादक व दूरदर्शन समाचार वाचक राहुल देव एवं सीनियर आई.ए.एस. वैंकटेश्वर लू द्वारा सम्मानित।

6 -अग्रसेन जयन्ती समारोह पर पुलिस अधीक्षक महोबा सुश्री ज्योति बैलूर द्वारा सम्मानित (अक्टबूर सन् 2000 में)

7 – पत्रकारिता दिवस पर बाँदा में आयोजित सम्मान समारोह में मण्डलायुक्त चित्रकूटधाम बाँदा एस.  सी.  सक्सेना द्वारा सम्मानित (30 मई सन् 2001)

8 -उरई जिला जालौन के अमित स्मृति संस्थान द्वारा ‘‘बाबू मलू चन्द्र अग्रवाल बुन्देलखण्ड़ पत्रकारिता पुरस्कार 2002’’(रु0 2001 नगद, प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, श्रीफल) वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार भारत डोंगरा द्वारा सम्मानित (15 जुलाई सन् 2002)

9 -भव्या फाउंडेशन एवं भव्या इंटेरनेशनल द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन मे साहित्य, शिक्षा एवं समाजसेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए 11 अप्रैल 2021 को जयपुर की सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी में रेड डायमंड एचीवर अवार्ड से सम्मानित।

10 – एनआरबी फाउंडेशन जयपुर द्वारा कोरोनाकाल में सराहनीय भूमिका के लिए Certificate of Kindness से सम्मानित किया गया।

रचनाएं
 बतौर रचनाकार पहली पुस्तक बुन्देलखण्ड के अग्रदूत ‘कुछ बातें , कुछ यादें‘, का वर्ष 2021 में प्रकाशन। उत्तर प्रदेश के ‘मुख्य सचिव’ माननीय राजेन्द्र कुमार तिवारी ने लखनऊ में अपने कार्यालय में 9 जनवरी 2021 को विमोचन किया।

 वर्ष 2022 में दूसरी पुस्तक व पहले कविता संग्रह सीसीटीवी अम्मा का प्रकाशन

 केदार स्मृति न्यास के तत्वाधान में 22 जून 2023 को पुस्तक का दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. बजरंग बिहारी तिवारी (दिल्ली), इग्नू  की प्रो. डा. सुनीता (दिल्ली), वरिष्ठ साहित्यकार व कवि नरेन्द्र पुण्डरीक (बाँदा), कथाकार महेन्द्र भीष्म (लखनऊ) के द्वारा विमोचन।

सम्प्रति
1- प्रबंधक- रामरतन भुवनेश कुमार पब्लिक स्कूल कुलपहाड़ (महोबा) सीबीएसई बोर्ड नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त।
2- जिला संयोजक – दिव्यांग प्रकोष्ठ भा0ज0पा0 जनपद महोबा
3- कोऑर्डिनेटर महोबा जिला शतरंज संघ
4- जिला संयोजक – प्रगतिशील लेखक संघ – महोबा
5- सचिव – जिला अपराध निरोधक समिति, जिला – महोबा
6- अध्यक्ष – सेपकटॉकरा जिला संघ, जिला – महोबा
7-मुख्य सलाहकार – त्रैमासिक ‘‘रत्नेश टाइम्स’’- बुन्देलखण्ड़ का प्रथम स्कूली समाचार पत्र

आगामी प्रोजेक्ट
1- आत्मकथा- मुझे कुछ कहना है 
2- बुन्देलखण्ड़ पर एक पुस्तक का प्रकाशन ।
3- आरबीपीएस स्कूल में नए सत्र से दिव्यांग छात्र – छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा।

डॉ चंद्रिका प्रसाद दीक्षित ललित का जीवन परिचय 

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Bundeli Jhalak: The Cultural Archive of Bundelkhand. Bundeli Jhalak Tries to Preserve and Promote the Folk Art and Culture of Bundelkhand and to reach out to all the masses so that the basic, Cultural and Aesthetic values and concepts related to Art and Culture can be kept alive in the public mind.
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