Homeसाहित्यकारDr. Shriram Parihar डॉ. श्रीराम परिहार

Dr. Shriram Parihar डॉ. श्रीराम परिहार

डॉ. श्रीराम परिहार  का जन्म मध्यप्रदेश के खण्डवा जिले के ग्राम फेफरिया में माघ कृष्ण 4 बुधवार संवत् 2008 । 16 जनवरी 1952 को हुआ । Dr. Shriram Parihar  के पिता श्री देवाजी परिहार एवं माता श्रीमती लखूदेवी के घर ठेठ कृषक परिवार से थे । कृषि, कृषक जीवन के स्वाभिमान, कृषक पिता के द्वारा संस्कृति और संस्कार की शिक्षा, मॉ नर्मदा की तरलता और संघर्षशीलता, नर्मदा के कछार के प्राकृतिक सौन्दर्य, विन्ध्याचल की अचलता, सतपुड़ा की मनोरमता और निमाड़ी जन की भोली जीवन विधि के बीच व्यक्तित्व ने आकार पाया।

Dr. Shriram Parihar ने  माँ के द्वारा गाये जाने वाले लोक गीतों से लोक संस्कारों एवं रामचरितमानस की पंक्तियों से जीवन दर्शन का पाठ सीखा। माँ लोक संस्कृति की बोलती हुई किताब है। पिता निमाड़ के संत सिंगाजी के अनन्य भक्त है। पत्नी श्रीमती कमला परिहार संस्कारवान कुशल गृहिणी है। दो बेटी संध्या, गरिमा और बेटा आलोक घर को घर बनाए रखते है ।

शिक्षा  
एम. ए. हिन्दी, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से प्रावीण्य सूची में ।
पीएच.डी. रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर से ‘हिन्दी उपन्यास : दाम्पत्य जीवन का स्वरूप विषय पर 1983 । डी.लिट्. रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर से; ‘हिन्दी ललित निबंध: स्वरूप एवं परम्परा का अनुशीलन’ विषय पर 2010 ।

सेवानिवृत्त प्राचार्य
श्री नीलकंठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय खंडवा से प्राचार्य के पद से सेवानिवृत्त दिनांक 30 जून 2016 को ।

अनुभव
 31 जनवरी 1977 से 31 अगस्त 1992 तक सहायक प्राध्यापक हिन्दी के पद पर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत, 1 सितम्बर 1992 से 4 जून 2008 तक प्राध्यापक हिन्दी के पद पर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत्

5 जून 2008 से 30 जून 2016 तक प्राचार्य के पद पर मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत् रहकर 8 वर्ष का प्रशासनिक अनुभव ।

कार्यक्षेत्र
 साहित्य, संस्कृति, शिक्षा, पर्यावरण एवं समाज ।

साहित्य प्रकाशन
1- आँच अलाव की (1989) ललित निबंध संग्रह ।
2- चौकस रहना है (1992) नवगीत संग्रह ।
3- अँधेरे में उम्मीद (1993) ललित निबंध संग्रह ।
4- कहे जन सिंगा (1996) लोक-साहित्य ।
5- धूप का अवसाद (1998) ललित निबंध संग्रह ।
6- बजे तो वंशी गूँजे तो शंख (1999) ललित निबंध संग्रह ।
7- ठिठके पल पाँखुरी पर (2000) ललित निबंध संग्रह ।
8- रचनात्मकता और उत्तरपरम्परा (2000) समीक्षात्मक निबंधों का संग्रह ।
9- रसवंती बोलो तो (2002) ललित निबंध संग्रह ।
10- झरते फूल हरसिंगार के (2006) ललित निबंध संग्रह ।

11- हंसा कहो पुरातन बात (2006) ललित निबंध संग्रह ।
12- संस्कृति सलिला नर्मदा (2006) यात्रा वृतांत ।
13- निमाड़ी साहित्य का इतिहास (2008) निमाड़ी बोली का इतिहास ।
14- भय के बीच भरोसा (2010) ललित निबंध संग्रह ।
15- परम्परा का पुनराख्यान (2012) चिंतनपरक निबंध संग्रह।
16- ललित निबंध: स्वरूप एवं परम्परा (2013) शोध एवं समीक्षा ग्रंथ ।
17- शब्द शब्द झरते अर्थ (2015) ललित निबंध संग्रह ।
18- लोक की ज्ञान परम्परा (2017) लोक साहित्य ।
19- देश कबीर का (2018) कबीर साहित्य ।
20- साहित्य का मानस (2020), निबंध ।

21- सर्जना का नभ (2020), समीक्षा ।
22- वेणु गूँजै, गगन गाजै (2020), ललित निबंध संग्रह ।
23- सुधियों के अमलतास (2022 ), संस्मरण
24- महाश्वेता रात्रि में साहित्य वीणा (2023) ललित निबन्ध संग्रह ।
अब तक 23 ग्रंथ प्रकाशित एवं लगभग 150 से अधिक शोध आलेखों का प्रकाशन । अनेक विशेषांकों एवं राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में ललित निबंधों, नवगीतों, शोध आलेखों, संस्मरणों, यात्रावृतांतों एवं समीक्षाओं का प्रकाशन ।

 निदेशक
निदेशक निराला सृजनपीठ, संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन, भोपाल | निदेशक निमाड़ लोक एवं संस्कृति केन्द्र डॉ. सी. वी. रामन विश्वविद्यालय, खण्डवा ।

सम्पादन
ललित निबंध एवं नवगीत केन्द्रित पत्रिका अक्षत (अर्द्धवार्षिक) का 1993 से संपादन एवं प्रकाशन।

पुरस्कार

  • पंडित दीनदयाल उपाध्याय सम्मान 2017, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान आगरा ।
  • साहित्य भूषण सम्मान 2016, उत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ
  • विद्यानिवास मिश्र स्मृति सम्मान 2017 विद्याश्रीन्यास, वाराणसी
  • आचार्य रामचन्द्र शुक्ल राष्ट्रीय पुरस्कार म.प्र. साहित्य अकादमी भोपाल द्वारा नानाजी देशमुख सम्मान संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार 2018
  • शरद जोशी राष्ट्रीय सम्मान 2021 मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग भोपाल ।
  • माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पुरस्कार ललित निबंध पर साहित्य अकादमी, भोपाल।
  • वागीश्वरी पुरस्कार ललित निबंधों पर हिन्दी साहित्य सम्मेलन, भोपाल।
  • निर्मल पुरस्कार ललित निबंध पर श्री बालकिशन श्राफ चेरिटेबल ट्रस्ट, बुरहानपुर।
  • ईसुरी पुरस्कार लोक साहित्य पर मध्यप्रदेश साहित्य परिषद, भोपाल ।
  • चक्रधर सम्मान ललित निबंध पर सृजन सम्मान, रायपुर (छ. ग.) ।
  • दुष्यन्त कुमार राष्ट्रीय अलंकरण दुष्यन्त कुमार पाण्डुलिपि संग्रहालय, भोपाल।
  • संत सिंगाजी पुरस्कार लोक साहित्य पर निमाड़ लोक संस्कृति न्यास, खण्डवा ।
  • अखिल भारतीय अम्बिकाप्रसाद दिव्य स्मृति पुरस्कार ललित निबंध पर अम्बिकाप्रसाद दिव्य स्मृति पुरस्कार समिति, सागर।
  • अभिनव शब्द – शिल्पी सम्मान नवगीत पर अभिनव कला परिषद्, भोपाल।
  • राष्ट्रधर्म गौरव सम्मान अखिल भारतीय ललित निबंध पर राष्ट्रधर्म पत्रिका, लखनऊ।
  • राष्ट्रीय हिन्दी सेवी सहस्राब्दी सम्मान सहस्राब्दी विश्व हिन्दी सम्मेलन, दिल्ली ।
  • सारस्वत सम्मान म.प्र. लेखक संघ, भोपाल।
  • हिमालय कला एवं साहित्य सम्मान श्रीनगर गढ़वाल, उत्तराखण्ड।
  • तमिलनाडु हिन्दी साहित्य अकादमी, चेन्नै द्वारा ललित निबंध लेखन पर सम्मान । महेश अनघ सम्मान, ग्वालियर ।
  • म.प्र. शासन उच्च शिक्षा विभाग श्रेष्ठ प्राचार्य का पुरस्कार 2010-11 ।

विदेश यात्रा
इंग्लैण्ड, स्कॉटलैण्ड, श्रीलंका मॉरीशस, फ्रांस, स्विटजरलैंड, जर्मनी, थाईलैंड एवं कम्बोडिया की साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संदर्भों में यात्राएँ ।

सदस्यता

  • साहित्य अकादमी नई दिल्ली की सामान्य परिषद एवम् हिन्दी सलाहकार समिति सदस्य 2018-2022 ।
  • भारत भवन, भोपाल के न्यासी सदस्य एवम् सलाहकार समिति के सदस्य 2018-2020।
  • महात्मा गाँधी द्वारा स्थापित राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के आजीवन सदस्य ।
  • राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य-अगस्त 2022 – जुलाई 2025।
  • म. प्र. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, भोपाल की कार्यकारिणी के सदस्य।
  • हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग के सदस्य ।
  • म.प्र. शासन की संस्कृति परिषद् की कार्यकारिणी के मानद सदस्य ।
  • भारतीय हिन्दी परिषद् इलाहाबाद के आजीवन सदस्य ।
  • निमाड़ लोक साहित्य परिषद्, (खण्डवा, खरगोन, बड़वानी) के आजीवन सदस्य।
  • देश के अनेक विश्वविद्यालयों के अध्ययन मण्डल एवं पाठ्यक्रम निर्माण समितियों के सदस्य ।
  • संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन की जूरी के सदस्य ।
  • साहित्य अकादेमी नई दिल्ली की साधारण सभा एवं सलाहकार समिति के सदस्य 2018-2022।
  • भारत भवन भोपाल के न्यासी सदस्य -2018-2020 ।

फैलोशिप

  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा लोकशाला कार्यक्रम हेतु फैलोशिप (1998) ।
  • संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा वरिष्ठ फैलोशिप (2018-2019)।
  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय, दिल्ली द्वारा भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला की सहअध्येतावृत्ति (2005-2007)

शोध निर्देशन
पिछले 35 वर्षों का शोध अनुभव । शोध निर्देशन में 11 शोधार्थियों को पी-एच. डी. उपाधि प्राप्त हो चुकी है । पिछले 40 वर्षों का स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में अध्यापन अनुभव।

अन्तरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठियाँ
अब तक 10 अन्तरराष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में शोध – पत्रों / वक्तव्यों का प्रस्तुतीकरण।

राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियाँ:
अब तक 75 राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों में शोध-पत्रों / वक्तव्यों का प्रस्तुतीकरण ।

  • निमाड़ी साहित्य के आयाम संगोष्ठियाँ और राष्ट्रीय बोध विषय पर वैष्णव वाणिज्य महाविद्यालय, इन्दौर (म. प्र. ) ( 1992 ) ।
  • कृष्ण काव्य परम्परा और प्रेम दीपिका विषय पर श्री नीलकण्ठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खण्डवा (म. प्र. ) ( 1995 ) ।

• साहित्य की वाचिक परम्परा और सामाजिक समरसता विषय पर शासकीय महाविद्यालय, झाबुआ (म.प्र.) (1995) ।

  • समकालीन कविता में सम्प्रेषणीयता विषय पर शासकीय स्वशासी महाविद्यालय, बैतूल (म.प्र.) (1995)।
  • साठोत्तरी हिन्दी उपन्यास :विविध आयाम विषय पर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, शहादा (महाराष्ट्र) (1997)।
  • हिन्दी ललित निबंध पर गाँधी का प्रभाव विषय पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, शिवपुरी (म.प्र.) (1999)।
  • हिन्दी नवगीत विषय पर प्रताप महाविद्यालय, अमलनेर (महाराष्ट्र) (1999)
  • परिवर्तनवादी परम्परा और नवगीत विषय पर विद्यावर्धिनी महाविद्यालय, धूलिया (महाराष्ट्र) (1999) ।
  • हिन्दी यात्रावृत्तों में पर्यावरण विषय पर सेवासदन महाविद्यालय, बुरहानपुर (म. प्र. ) ( 1999 ) ।
  • स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी नाटक एवं रंगमंच विषय पर अम्बाह स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अम्बाह मुरैना (म. प्र. ) ( 1999)।
  • इतिहास और साहित्य का अन्तरावलम्बन विषय पर शासकीय स्नातकोत्तर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.) (2000)।
  • ललित निबंध और भारतीय जीवन मूल्य विषय पर श्री सत्य सांई महिला महाविद्यालय, भोपाल (म.प्र.) (2000)।
  • ललित निबंध का शिल्प विषय पर शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सतना (म.प्र.) (2000)।
  • हरिवंश पुराण का मनोवैज्ञानिक पक्ष विषय पर पूज्य मुनिपुंगव सुधासागर जी महाराज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी, कोटा (राजस्थान) (2001)। •समकालीनता और रचनाधर्मिता विषय पर जगदीश शरन हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अमरोहा (उ. प्र. ) ( 2002 ) ।
  • ललित निबंध विषय पर महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भोपाल (म. प्र. ) ( 2002 ) ।
  • साहित्य की अस्मिता और राजनैतिक संस्कृति विषय पर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोटा (राजस्थान) (2002)।
  • समकालीन हिन्दी कविता में गीत विषय पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मुरैना (म.प्र.) (2002)।
  • हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने में विलंब क्यों ? विषय पर अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी साहित्य संगम पिंपरी, पुणे (महाराष्ट्र) (2003)।
  • उत्तरशती के हिन्दी उपन्यास विषय पर श्री मुक्तानंद कला, वाणिज्य तथा विज्ञान महाविद्यालय, गंगापुर, औरंगाबाद (महाराष्ट्र) (2003) ।
  • वर्तमान वैश्विक परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण विषय पर शास. पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, बिजनौर (उ.प्र.) (2003)।
  • लोक चेतना और साहित्य विषय पर जगदीश सरन हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अमरोहा (उ.प्र.) (2003)।
  • रसखान : आधुनिक संदर्भ विषय पर केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा (उ. प्र.) (2003)I
  • नवगीत विमर्श विषय पर हिन्दी साहित्य अकादमी, गाँधीनगर, बडौदा (गुजरात ) ( 2006 ) ।
  • वैचारिक स्वराज्य के निर्माण की चुनौती और साहित्यिक पत्रिकाओं की भूमिका विषय पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद, भरतपुर (राजस्थान ) ( 2006 ) ।
  • महादेवी वर्मा और उनका काव्य विषय पर कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ (कर्नाटक) (2007)।
  • संत साहित्य और मानव मूल्य विषय पर साठवे महाविद्यालय विलेपार्ले, मुम्बई (महाराष्ट्र) (2007)।
  • हिन्दी साहित्य का इतिहास : पुनर्लेखन की आवश्यकता विषय पर चांदमल ताराचंद बोरा महाविद्यालय, शिरूर (महाराष्ट्र) (2007) ।
  • उपन्यास संवेदन और शिल्प विषय पर पुणे विश्वविद्यालय, पुणे (महाराष्ट्र) (2007)।
  • समकालीन हिन्दी साहित्य विषय पर गया महाविद्यालय, गया (बिहार ) ( 2007)।
  • गीतिकाव्य परम्परा और महादेवी वर्मा विषय पर राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर (राजस्थान) (2008) ।
  • कृष्ण भक्ति काव्य धारा के विविध आयाम विषय पर साठवे महाविद्यालय विलेपाले, मुम्बई (महाराष्ट्र) (2008) ।
  • हिन्दी का वर्तमान परिदृश्य स्थिति एवं गति विषय पर शारदाबाई पँवार महिला महाविद्यालय, बारामती (महाराष्ट्र) (2008) ।
  • सांस्कृतिक पंछी की उड़ान का नीलाकाश (डॉ. विद्यानिवास मिश्र पर केन्द्रित ) विद्याश्री न्यास, वाराणासी (उ.प्र.) (2009) ।
  • हिन्दी एवं मराठी प्रगतिशील कविता विषय पर बलभीम कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, बीड़ (महाराष्ट्र) (2009)।
  • भारतीय नाट्य परम्परा और रंगमंच विषय पर मध्य भारतीय हिन्दी साहित्य सभा, ग्वालियर (म.प्र) (2009)।
  • भाषा और संस्कृति : अन्त: सम्बन्ध विषय पर डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सागर (म. प्र. ) (2010)।
  • रोजगार उपलब्धियों में हिन्दी का प्रयोग विषय पर चांदमल ताराचंद बोरा महाविद्यालय शिरूर (महाराष्ट्र) (2010)।
  • विज्ञापन के क्षेत्र में हिन्दी बढ़ते कदम विषय पर बी. कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं बी. सी. ए. महाविद्यालय, परभणी (महाराष्ट्र ) (2010) ।
  • जनसंचार माध्यम और हिन्दी विषय पर न्यू आर्टस, कामर्स एण्ड साइंस कॉलेज, शेवगांव (महाराष्ट्र) (2010)।
  • समसामयिकता विषय पर सौ. केशरबाई सोनाजीराव क्षीरसागर उर्फ काकु कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, बीड़ (महाराष्ट्र) (2010) ।
  • राष्ट्रीय एकता तथा विकास में राष्ट्रभाषा का योगदान विषय पर वाघीरे महाविद्यालय, सासवड़ (महाराष्ट्र) (2010)।
  • मीडिया और समाज विषय पर दयानंद कला महाविद्यालय, लातूर (महाराष्ट्र) (2010) I
  • वर्तमान संदर्भों में राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर के साहित्य का अनुशीलन विषय पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुना (म. प्र. ) (2010) ।
  • वैश्वीकरण एवं मूल्य-बोध विषय पर शासकीय स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, सतना (म. प्र. ) (2010) ।
  • राष्ट्रीय क्षितिज पर हिन्दी का बहुआयामी स्वरूप विषय पर शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.) (2010) ।
  • लोक-साहित्य में जीवन-बोध विषय पर शासकीय महाराजा स्नातकोत्तर महाविद्यालय, छतरपुर (म.प्र) (2010) ।
  • लोक – साहित्य : संस्कृति, समाज और दर्शन विषय पर बद्री विशाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, फर्रुखाबाद (उ.प्र.) (2011) ।
  • अज्ञेय का साहित्य विषय पर कला, वाणिज्य, विज्ञान महाविद्यालय, संगमनेर (महाराष्ट्र ) (2011)।
  • भाषावाद का हिन्दी साहित्य पर प्रभाव विषय पर शिवाजी महाविद्यालय, उदगीर (महाराष्ट्र ) (2011)।
  • भारतीय भक्ति साहित्य : सामाजिक एकात्मता विषय पर उत्तर महाराष्ट्र विश्वविद्यालय, जलगाँव (महाराष्ट्र ) (2011) ।
  • भारतीय हिन्दी महिला लेखिकाओं के साहित्य में नारी – चेतना विषय पर एस.एस. गर्ल्स कॉलेज, गोंदिया (महाराष्ट्र) (2011)।
  • अज्ञेय का साहित्य : पुनर्विचार विषय पर भारत सरकार केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (उच्च शिक्षा विभाग), नई दिल्ली एवं हिन्दी अध्ययन विभाग मैसूर विश्वविद्यालय, मानसगंगोत्री, मैसूर (कर्नाटक) (2011) ।
  • समकालीन नवगीत के नये आयाम विषय परउत्तरप्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ (उ.प्र.) (2012)।
  • डॉ. रामविलास शर्मा शताब्दी विमर्श विषय पर राष्ट्रसंत तुकोजी महाराज विश्वविद्यालय, नागपुर (महाराष्ट्र ) (2012)।
  • मीडिया और भाषा का अन्तर्सम्बन्ध विषय पर चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय, सीहोर (म.प्र.) (2012) ।
  • बाजारवाद के परिप्रेक्ष्य में लोक-संस्कृति का बदलता स्वरूप विषय पर कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई नगर, दुर्ग (छ.ग.) (2012)।
  • लोक जागरण और हिन्दी साहित्य विषय पर शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सतना (म. प्र. ) (2012) में आयोजित राष्ट्रीय शोध – संगोष्ठियों में बीज – वक्तव्य / शोध-पत्रों का वाचन/अध्यक्षीय उद्बोधन ।
  • दरकती धरती पर चिंतन बीज मंत्र – अज्ञेय विषय पर मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर कर्नाटक (2011) ।
  • जनजातीय समाज की लोककला साहित्य एवं संस्कृति विषय पर इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक म.प्र. (2012) ।
  • हिन्दी साहित्य और संस्कृति विषय पर साहित्य अकादमी म. प्र. संस्कृति परिषद, भोपाल (2012) ।
  • तुलनात्मक वातायान से भारतीय कृष्ण भक्ति साहित्य विषय पर श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय तिरुपति, आंधप्रदेश (2013)।
  • अच्छे गद्य की पहचान विषय पर बीज वक्तव्य गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद ( 2013)। हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने में बाधाएँ विषय पर महाराष्ट्र राज्य हिन्दी अकादमी मुबंई द्वारा आयोजित कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय आकुर्डी, पुणे (महाराष्ट्र) (2003) ।
  • लोकतंत्र और भारतीय भाषाओं में रामकथा की प्रासंगिकता विषय पर साठये द्यालय, विले पारले मुबंई (महाराष्ट्र) (2010)।
  • शांति और सौहार्द्र के लिए शिक्षक – शिक्षा का मानवीकरण विषय पर गाँधी विद्या मंदिर, सरदार शहर राजस्थान द्वारा आयोजित गाँधी समिति राजघाट, दिल्ली (2012)।
  • भारतीय संस्कृति : राम साहित्य से जुड़े कला संदर्भ विषय पर साठ्ये महाविद्यालय, विले पारले, मुबंई (2012)।
  • साहित्य के प्रतिमान का भारतीय पक्ष विषय पर साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय साहित्य-संवाद, इन्दौर (2012) ।
  • हिन्दी भाषा सीखने में संस्कृति महत्वपूर्ण तत्व विषय पर मेनचेस्टर इंग्लैण्ड में 05 से 10 अगस्त 2013 को सहभागिता एवं शोध – पत्र वाचन ।
  • धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे विषय पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद द्वारा आयोजित श्रीलंका की सांस्कृतिक यात्रा में व्याख्यान (2013)।
  • भक्ति साहित्य में विश्वबधुत्व की भावना विषय पर साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था उल्हासनगर मुबंई द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध पत्र वाचन ( 2013 ) ।
  • हिन्दी का तकनीकि क्षेत्र में प्रयोग विषय पर तमिलनाडु हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय विश्व भाषा दिवस पर व्याख्यान (2014)।
  • दक्षिण भारत के साहित्य में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान पर बीज वक्तव्य दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा तिरूवनंतपुरम ( 2019 ) ।
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार विषय पर व्याख्यान, मुंबई ( 2019 ) । •भारतीय साहित्य में सामाजिक समरसता विषय पर व्याख्यान गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद ( 2019 ) ।
  • साहित्य और लोकजीवन में हिमालय विषय पर आयोजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी, केंद्रीय बौद्ध विद्या संस्थान, लेह लद्दाख में बीजवक्तव्य ( 2019 ) ।
  • लोक में राम विषय पर संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश शासन अयोध्या में वक्तव्य( 2020)।
  • निराला का साहित्य एवं भारतीयता विषय पर मध्य भारत हिन्दी साहित्य समिति, इंदौर में व्याख्यान 2022 ।
  • राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन और हिन्दी साहित्य विषय पर सप्रे संग्रहालय, भोपाल में व्याख्यान 2022।
  • लोक जीवन में राम विषय पर तुलसी शोध संस्थान एवं अकादमी, चित्रकूट में व्याख्यान 2022 ।
  • हिन्दी साहित्य और ललित निबन्ध विषय पर अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय, भोपाल में मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान 2022 ।
  • लोक विज्ञान की अवधारणा और आयाम विषय पर महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय, छतरपुर में विषय विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान 2022 ।
  • गीत रंग, विश्व रंग के अंतर्गत गीत नवगीत पर वक्तव्य, रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल 2022 ।

स्रोत व्यक्ति के रूप में
पुनश्चर्या पाठ्यक्रम में यू.जी.सी. ऐकेडेमिक स्टाफ कॉलेज डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय रूप में व्याख्यान औरंगाबाद में दिनांक 17 एवं 18 मार्च 2010 एवं 21 एवं 22 फरवरी 2012, यू.जी.सी. ऐकेडेमिक स्टाफ कॉलेज रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर में दिनांक 21 एवं 22 जनवरी 2010 तथा यू.जी.सी. ऐकेडेमिक स्टाफ कॉलेज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणासी में स्रोत व्यक्ति के रूप में व्याख्यान । देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर में पुनश्चर्यापाठ्यक्रम व्याख्यान 2017 । पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर में पुनश्चर्यापाठ्यक्रम में स्रोत व्यक्ति के रुप में व्याख्यान 2018 |

पाठ्यक्रमों में
म.प्र. स्कूल शिक्षा की 11 वीं कक्षा की हिन्दी भाषा की पुस्तक ‘स्वाति’ में ललित निबंध का समावेश ( 2008 से ) महाराष्ट्र रचनाएँ राज्य की कक्षा 12 वीं की ‘हिन्दी युवक भारती’ में (2007 से) एवं कक्षा 7 वीं की ‘हिन्दी सुलभ भारती’ में ललित निबंध का समावेश ( 2008 से ) । स्कूल शिक्षा राजस्थान की कक्षा 9वीं में नदी, आस्था और कुंभ निबन्ध का समावेश 2019 । उत्तर महाराष्ट्र विद्यापीठ जलगाँव की कक्षा बी. ए. अंतिम वर्ष की पुस्तक ‘निबंधालोक’ में ललित निबंध का समावेश एवं एम. ए. हिन्दी कक्षा में ‘धूप का अवसाद’ नामक ललित निबंध संग्रह का निर्धारण (2004 से)।

राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय नागपुर (महाराष्ट्र) की कक्षा बी. ए. द्वितीय वर्ष की पुस्तक ‘साहित्य सुमन’ में ललित निबंध का समावेश (2011 से) । मुम्बई विश्वविद्यालय, सन्त गाडगे विश्वविद्यालय अमरावती में निबन्धों का समावेश। म.प्र. के विश्वविद्यालयों के बी.ए., बी.एससी., बी.कॉम., बी. एच. एससी., सेमेस्टर तृतीय एवं चतुर्थ पुनरीक्षित एकीकृत आधार पाठ्यक्रम की अनिवार्य पुस्तक ‘हिन्दी भाषा और विज्ञान बोध’ के सम्पादक मंडल में संयोजक के रूप में पुस्तक लेखन का कार्य (2009-10 से ) ।

कोटा विश्वविद्यालय कोटा (राजस्थान ) एवं उत्तर महाराष्ट्र विद्यापीठ जलगाँव (महाराष्ट्र) के अध्ययन मंडल के सदस्य के रूप में कार्य ( 2004 से 2008 तक)। पीएच. डी. पंजीयन एवं विषय निर्धारण समिति के सदस्य के रूप में उत्तर महाराष्ट्र विद्यापीठ, जलगाँव, संत गाडगे विश्वविद्यालय अमरावती । अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय, भोपाल की पाठ्यक्रम निर्माण समिति के सदस्य।

संस्कृति संयोजन
राष्ट्रीय स्तर के सांस्कृतिक आयोजन नटराज उत्सव ओंकारेश्वर में वेदों की ऋचाओं पर आधारित अर्चना कार्यक्रम की 4 वर्षों तक ( 1990 – 1993 तक ) प्रस्तुति ।

  • राष्ट्रीय स्तर की पावस व्याख्यानमाला का तीन दिवसीय प्रतिवर्ष 1993 से संयोजन ।
  • निमाड़ उत्सव सिंगाजी धाम में सहयोगी के रूप में भूमिका 2022 |
  • ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर्व पर 1994 से प्रतिवर्ष शांकरी समारोह का दो दिवसीय कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन एवं संस्कृति परिषद्, भोपाल के तत्वाधान में स्थानीय संयोजन ।
  • मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल से सम्बद्ध पाठक मंच खण्डवा का 1990 से 1957 तक संयोजन |
  • राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के तत्वाधान में हिन्दी निधि संग्रह आंदोलन एवं जागृति कार्यक्रम हेतु वर्ष 2002 में
  • खण्डवा एवं खरगोन जिलों का संयोजन, जिसमें खण्डवा, बुरहानपुर एवं खरगोन से एक लाख पन्द्रह हजार रुपये की राशि एकत्रित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मधुकरराव चौधरी को म. प्र. राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, भोपाल के माध्यम से भेंट की ।

 
व्याख्यानों का प्रसारण 

  • साहित्य, कला, संस्कृति, पर्यावरण पर आधारित विषयों पर अब तक लगभग 400 से अधिक सांस्कृतिक, शैक्षणिक,साहित्यिक, पर्यावरणीय संस्थाओं में देश एवं विदेशों के विभिन्न संस्थानों में व्याख्यान।
  • सन् 1978 से आकाशवाणी के अम्बिकापुर, जबलपुर, दिल्ली, भोपाल, इन्दौर, खण्डवा, रायपुर, जलगाँव आदि केन्द्रों एवं दूरदर्शन केन्द्रों से ललित निबंधों, नवगीतों, रूपकों, परिचर्चाओं एवं चिन्तनपरक वाताओं का समय – समय पर प्रसारण ।

शिक्षण/अध्यापन

  • मध्य प्रदेश उच्च शिक्षाविभाग में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर की कक्षाओं में सन् 1977 से अध्यापन कार्य ।

कार्यानुभव

  • 30 वर्ष 6 माह । जून 2008 से जून 2016 तक 8 वर्ष मध्य प्रदेश उच्च शिक्षाविभाग में प्राचार्य पद का कार्यानुभव।
  • देश के अनेक विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में समय – समय पर पाठ्यक्रम आधारित व्याख्यान ।
  • अनेक विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों में स्रोत व्यक्ति के रूप में व्याख्यान ।
  • अनेक विश्वविद्यालयों के पीएच. डी., शोध प्रबंध एवं उपाधि के परीक्षक के रूप में कार्य ।

प्रशासनिक अनुभव

  • 2008 से 2016 तक मध्यप्रदेश के शासकीय स्नातक महाविद्यालय, खरगोन एवं खण्डवा के दोनों शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में प्राचार्य पद पर सेवा कार्य।
  • माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा कर्मवीर विद्यापीठ, खण्डवा के समन्वयक नियुक्त अनुभव ( सितम्बर 2002 से मई 2008 तक) ।
  • सन् 1988 से 1997 तक जिला संगठक, राष्ट्रीय सेवा योजना के पद पर उच्च शिक्षा विभाग म.प्र. शासन द्वारा नियुक्ति तथा खण्डवा जिले की समस्त रासेयो इकाइयों का संचालन एवं प्रशासन ।
  • भारत ज्ञान विज्ञान जत्था नयी दिल्ली द्वारा आयोजित लोकशाला कार्यक्रम में 22 से 26 अक्टूबर 1997 में साक्षरता हेतु कार्य ।
  • राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से खण्डवा जिले के कई गाँवों में साक्षरता अभियान एवं प्रौढ़ शिक्षा केन्द्रों का संचालन ।

पर्यावरण वृक्षारोपण

  • प्रसिद्ध समाजसेवी एवं पर्यावरणविद् बाबा अमटे द्वारा वर्ष 1983 में आयोजित विशाल मध्यभारत वृक्षगंगा साइकिल यात्रा (551 कि.मी.) में भागीदारी ।
  • अन्तरमहाविद्यालयीन ग्रामीण विकास एवं जनजागरण शिविर वर्ष 1988 बरमान, (नरसिंहपुर) में दस दिन तक कार्य ।
  • देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर द्वारा आयोजित संभागीय वृक्ष गंगा साइकिल रैली में 23 अगस्त से 29 अगस्त 1984 में भागीदारी।
  • सन् 1981 से 1997 तक राष्ट्रीय सेवा योजना में कार्यक्रम अधिकारी एवं जिला संगठक के रूप में छात्रों को रचनात्मक दिशा-निर्देश, समाज सेवा, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण सुधार, विशेष रूप से वृक्षारोपण का उल्लेखनीय कार्य ।

समाज रचनात्मक कार्य 

  • राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा नशा मुक्ति प्रशिक्षण भोपाल में 14 से 25 मार्च 1990 तक भागीदारी ।
  • राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान, हैदराबाद में युवा विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण में मास्टर्स
  • विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी के ट्रेनर्स प्रशिक्षण प्राप्त । राष्ट्रीय एकता शिविर त्रिसूर, (केरल) में मध्यप्रदेश एवं सागर विश्वविद्यालय की ओर से 13 से 19 अक्टूबर 1991 तक प्रतिनिधित्व करते हुए राष्ट्रीय एकता के क्षेत्र में कार्य ।
  • खण्डवा केन्द्र के नगर संयोजक | विवेकानंद सार्धशती समारोह के संयोजक |

सम्प्रति

  • मध्यप्रदेश शासन की उच्च शिक्षा महाविद्यालयीन सेवा में सन् 1977 से 2016 तक कार्यरत् ।
  • श्री नीलकण्ठेश्वर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, खण्डवा से प्राचार्य के पद से 30 जून 2016 को सेवानिवृत्त ।

वर्तमान पता –
आजाद नगर, खण्डवा (म. प्र. ) पिनकोड – 450001,
बातपेटी (मोबाइल) क्र. 09425342748,
Email: shriramknw@gmail.com

डॉ श्याम सुंदर दुबे का जीवन परिचय 

admin
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Bundeli Jhalak: The Cultural Archive of Bundelkhand. Bundeli Jhalak Tries to Preserve and Promote the Folk Art and Culture of Bundelkhand and to reach out to all the masses so that the basic, Cultural and Aesthetic values and concepts related to Art and Culture can be kept alive in the public mind.
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