किसी साहित्यकार के समृद्ध साहित्य से श्रेष्ठ और महत्वपूर्ण उसकी सामाजिकता है, उसकी जनपक्षधरता है, उसके राष्ट्रीय दायित्व हैं …शायद यही उसका मसिधर्म भी है। Shri Nihal Chandra Shivhare ऐसे ही जन सरोकारों के खूबसूरत संवाहक हैं।
अपनी माटी की सौंदर्यबोधी खुशबू से लवरेज हो प्रकृतिधर्मी होकर सृजनरत रहना आज के नितांत यांत्रिक युग में स्वप्न – सा लगता है। यह गुज़रे जमाने की बातों को किताबों में पढ़ने की तरह है। मानो भूले हुए कोई किस्से – कहानियाँ हों…। किंतु जब कहीं आह्ललादिक करनेवाले ऐसे सपने साकार होते दिखने लगें तब लगता है केवल किताबों में ही नहीं ,उसे आज भी इन्हीं आँखों से जीवंत होते देखा जा सकता है।
यदि हमें यह जीवंतता जीभर कर देखनी है , अपनी पारंपरिकता को हँसते – चिहुँकते देखना है तो फिर लोकसृजेता आदरणीय निहाल चंद्र शिवहरे जैसे बहुआयामी व्यक्तित्व का सामीप्य प्राप्त करना होगा। गणित जैसे नीरस विषय के प्राध्यापक , बैंक अधिकारी शिवहरे जी को जब हम एक सर्जक के रूप में देखते हैं तो वह अपनी गणतीय अभिधारणाओं का सरस प्रयोग अपने लेखन में अत्यंत सिद्धता से करते दिखाई देते हैं।
कविता, कथा, कहानी, निबंध, संस्मरण , रिपोर्ताज जैसी अनेक विधाओं के कुशल शब्द शिल्पी आदरणीय निहाल चंद्र शिवहरे जी महिला एवं ग्रामीण साक्षरता , उपेक्षित आदिवासी समाज के बच्चों की शिक्षा व उनके पुनर्वास , जल संरक्षण , स्वच्छता व प्रकृति संरक्षण जैसे सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाने और पहचाने जाते हैं। संप्रति विश्व मैत्री मंच के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष व देश की अनेक साहित्यिक – सांस्कृतिक संस्थाओं से संबद्ध हैं…।
श्री निहाल चन्द्र शिवहरे
पिता -श्री चतुर्भुज शिवहरे
माता – स्वर्गीय श्रीमती बेटीबाई
पत्नी -श्रीमती मालती शिवहरे
जनमतिथि – 24-06-1956
शिक्षा –
एम.एस.सी.(गणित ), सी.ए.आई.आई.बी, हिन्दी उन्मुख परीक्षा, डिप्लोमा इन मैनेजमेंट, एडवांस मैनेजमेंट, फाइनेंशियल मैनेजमेंट, एच.आर.डी., मार्केटिंग,इन्र्टीडेट माडयूल।
लेखन – लघुकथा, कविता, शोधपत्र, प्रबन्धन, वित्तीय साक्षरता पर लेख आदि ।
संस्था –
प्रांतीय अध्यक्ष विश्व मैत्री मंच उ.प्र. ईकाई।
बुन्देलखण्ड शोध संस्थान , झाँसी से भी सम्वद्व रहे।
मृगपाल पत्रिका के सलाहकार के रुप में सम्वद्व रहे।
व्यवसाय –
सेवानिवृत बैंक प्रबन्धक , नाबार्ड एवं प्रथमा यू. पी.ग्रामीण बैंक के संयुक्त वित्तीय साक्षरता केन्द्र झॉंसी के निदेशक पद पर कार्यरत । पूर्व में बुन्देलखण्ड महाविधालय , झॉंसी में छ: बर्षों तक बुन्देलखण्ड महाविद्यालय ,झाँसी में गणित विषय में अध्यापन। स्वयं सहायता समूह की बैंक सखियों के प्रशिक्षण हेतु पैनल में नामित फैकल्टी । भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड तथा राष्ट्रीय वित्तीय शिक्षा केन्द्र में रिसोर्स पर्सन नामित ।
प्रकाशन-
“भावों के पंख ” कविता संग्रह प्रकाशित
अन्य प्रकाशन-
इसके अतिरिक्त अमर उजाला पोर्टल, प्रतिलिपि, आगाज पोर्टल, साहित्यनामा, अभ्युदय, उर्वशी, काव्य मंजरी, हाइकु गंगा, दैनिक जागरण सहित अनेकों साझा संकलनों काव्य रत्नावली ,सपनों से हक़ीकत तक,सहोदरी सोपान, काव्या सतित साहित्य यात्रा,साहित्य कलश, वंदन कुंज अग्रवन के, अपनी जमीं अपना आसमान, काव्य स्पन्दन भावांजलि,क्षितिज।
साझा लघुकथा संग्रह, काव्य जीवन चक्र साझा काव्य संकलन, शैलजा अग्रवाल द्वारा संपादित वेव पत्रिका लेखनी में लघुकथा, कान्ता राय द्वारा सम्पादित उर्वशी ई पत्रिका में लघुकथा, चित्रगुप्त प्रकाशन के साझा संकलन में प्रकाशन, साहित्य सुषमा काव्य स्पंदन पोर्टल में कविताओं एवं लघुकथाओं का प्रकाशन।
अनेक पोर्टल पर लाइव लघुकथा, कविता, वित्तीय साक्षरता का प्रसारण। हिन्दी काव्य कोष में प्रकाशन, सतमोला कार्यक्रम में कविताओं का प्रसारण, स्थानीय एवं आनलाइन मंचों पर सक्रिय सहभागिता। विजेन्द्र जैमनी द्वारा ई-बुक में देश के 101 लघुकथाकारों के साथ मेरी 11 लघुकथाओं भी शामिल हैं।
सम्मान –
साहित्यिक एवं समाजिक कार्यों के लिए विभिन्न संस्थाओं से सम्मानित जिनमें झॉंसी के गौरवशाली व्यक्तित्व
शिवहरे साहित्य रत्न आगरा
अमृतादित्य साहित्य गौरव जलगाँव
शब्दवेल साहित्य सम्मान मुम्बई बसई
‘साहित्य रत्न सम्मान
लक्ष्मी बाई मेमोरियल सम्मान
सृजन साहित्य सम्मान
श्रेष्ठ लघुकथा शिल्पी चड्ढा सम्मान दिल्ली
साहित्य गौरव सम्मान
सजग धैर्य सम्मान पटियाला
गांधी पीस फाउन्डेशन सम्मान नेपाल
जन सूचना अधिकार मंच
झाँसी द्वारा प्रतिभा रत्न सम्मान
इमेजिन परिवार द्वारा साहित्य लोक हिन्दी रत्न सम्मान
साहित्य भूषण सम्मान
विष्णु प्रभाकर स्मृति लघुकथा सम्मान आदि प्रमुख हैं।
प्रसारण –
आकाशवाणी छतरपुर से कविताओं ,लघुकथाओं एवं वित्तीय साक्षरता पर वार्ताओं का प्रसारण।
दूरदर्शन नई दिल्ली से समाज सेवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित वर्ष 1984 में साक्षात्कार प्रसारित।
अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में विज्ञान भवन में सहभागिता।
विशेष- महिला एवं ग्रामींणों को वित्तीय साक्षरता के माध्यम से जागृत करने हेतु प्रयासरत ।महिला सशक्तिकरण के लिए लगभग 350 वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों को आयोजित किया ।आदिवासी बस्ती में राष्ट्रीय युवा योजना के कार्यक्रमों में सहभागिता । विभिन्न संस्थाओं में आमंत्रित वक़्ता के रूप में सहभागिता।
महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के सौ समूह गठित करने पर परम आदरणीय गाँधीवादी एस.एन.सुब्बाराव जी के कर कमलों से आशीर्वाद व उनकी पत्रिका यूथ कल्चर ” में समाचार प्रकाशित । भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड के आनलाइन वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों में वक्ता के रुप में WebEx पर सहभागिता । आनलाईन अंदाज अमरोही के कार्यक्रम में एकल लघुकथा पाठ , विश्व मैत्री मंच के उ.प्र.शाखा के विभिन्न आनलाइन कार्यक्रमों का संयोजन एवं संचालन । अमेरिका का तीन बार भ्रमण ।
निहाल चन्द्र शिवहरे
पता -374, नानक गंज , सीपरी बाज़ार , झॉंसी 284003 (उ.प्र.)
मोबाईल -9415949103
ईमेल- ncshiv@gmail.com